अनिल वर्मा
आगरा। आगरा के जिला प्रशासन ने ताजमहल को हाल-फिलहाल फिर से खोलने के कोई
संकेत नहीं दिए हैं। इसके चलते आगरा में पर्यटन उद्योग ने हॉस्पिटेलिटी सेक्टर के फिर से ट्रैक पर आने की
उम्मीदें छोड़ दी हैं। ताजमहल और शहर के आसपास कंटेनमेंट जोन और बफर जोन की संख्या 85 है। वहीं
राजस्थान और एमपी की सीमाएं बंद होने से ग्वालियर और भरतपुर की ओर से आने वाले आगंतुक यहां से प्रवेश
नहीं कर पा रहे। इसके अलावा सप्ताहांत के लॉकडाउन ने दिल्ली-नोएडा या लखनऊ एक्सप्रेसवे के माध्यम से होने
वाले यातायात को भी रोक दिया है। हालांकि कोविड -19 रोगियों की रिकवरी दर 82.63 प्रतिशत है जो कि काफी
उत्साहजनक है। लेकिन यहां बड़ी चिंता हर रोज सामने आ रहे मामलों की है। पिछले 24 घंटों में 14 नए मामले
आए, जिन्होंने शहर में कुल मामलों की संख्या को 1,468 पर पहुंचा दिया। वहीं शहर में अब तक कोरोना के
कारण 94 लोगों की जान जा चुकी है। वर्तमान में सक्रिय मामलों की संख्या 161 है। स्वास्थ्य विभाग के
अधिकारियों ने कहा कि अब तक यहां 33,932 नमूने एकत्र किए गए हैं। आगरा के अलावा मथुरा में नए मामलों
की संख्या 12, मैनपुरी में 8, फिरोजाबाद में 7 और कासगंज में 27 थी। चूंकि मथुरा जिले में सामने आ रहे नए
मामले चिंता का कारण बने हुए हैं, लिहाजा प्रशासन मंदिरों या ‘परिक्रमा’ मार्ग को खोलने के मूड में नहीं है। मथुरा
में अब तक कुल 616 मामले और फिरोजाबाद में 592 मामले सामने आ चुके हैं। जिला मजिस्ट्रेट पी.एन. सिंह ने
कहा है कि ग्रामीण इलाकों में लोगों को जागरूक बनाने के लिए प्रचार अभियान चलाया गया था।शहर में शुक्रवार
देर शाम आंशिक लॉकडाउन शुरू हुआ है जो सोमवार सुबह तक जारी रहेगा। पुलिस ने कहा है कि इस दौरान सभी
बाजार बंद हैं और किसी भी तरह की आवाजाही पूरी तरह से प्रतिबंधित है।