मनीष गोयल
नई दिल्ली। राजस्थान में सरकार को गिराने एवं पार्टी तोड़ने का प्रयास करने के कांग्रेस के
आरोपों को खारिज करते हुए भाजपा ने शनिवार को कहा कि सारा षड्यंत्र उन्हीं के घर में रचा जा रहा था। पार्टी ने
कहा कि संवैधानिक प्रावधानों को ताक पर रखकर फोन टैंपिंग किये जाने सहित विभिन्न प्रकरण की सीबीआई से
जांच कराई जानी चाहिए। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, ‘‘राजस्थान में कांग्रेस की राजनीतिक नौटंकी हम
देख रहे हैं। षड्यंत्र, झूठ फरेब और कानून को ताक पर रखकर कैसे काम किया जाता है, यह उसका मिश्रण है।’’
उन्होंने कहा कि कुछ ऑडियो टेप के माध्यम से आरोप लगाया जा रहा है कि भाजपा द्वारा कांग्रेस पार्टी को तोड़ने
का प्रयास किया जा रहा है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि इसमें कोई तथ्य नहीं है बल्कि सारा षड्यंत्र उन्हीं के घर
में रचा जा रहा था। पात्रा ने सवाल किया कि क्या राजस्थान में फोन टैपिंग की जा रही थी और क्या यह
आधिकारिक स्तर पर की जा रही थी। क्या मानक प्रक्रियाओं (एसओपी) का पालन हुआ ? क्या फोन टैपिंग इत्यादि
की गयी? क्या सभी राजनीतिक पार्टी के सभी लोगों के साथ इस प्रकार का व्यवहार किया जा रहा है? इसे लेकर
सीबीआई द्वारा तत्काल जांच होनी चाहिए। भाजपा प्रवक्ता ने सवाल उठाया कि क्या राजस्थान में परोक्ष रूप से
आपातकाल नहीं लगाया जा रहा? उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा इस पूरे प्रकरण की सीबीआई द्वारा जांच की मांग करती
है। इससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा।’’ पात्रा ने आरोप लगाया कि राजस्थान की सरकार 2018 में
बनी, अशोक गहलोत जी मुख्यमंत्री बने, उसके बाद एक कांग्रेस पार्टी की सरकार में शीत युद्ध की स्थिति बनी
रही। उन्होंने कहा, ‘‘कल अशोक गहलोत जी ने स्वयं मीडिया के सामने आकर कहा कि 18 महीने से मुख्यमंत्री
और उप मुख्यमंत्री के बीच में वार्तालाप नहीं हो रहा था।’’ उन्होंने कहा कि भाजपा इन सवालों के जवाब राजस्थान
सरकार, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मांगती है। गौरतलब है कि राजस्थान में जारी
सियासी संकट के बीच ऑडियो क्लिप सामने आया है। इस टेप का हवाला देकर कांग्रेस ने राजस्थान में सरकार
गिराने के लिए खरीद फरोख्त की कोशिश होने का आरोप लगाया है।