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कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का मुख्य आरोपी विकास
दुबे शुक्रवार सुबह भौंती क्षेत्र के पास पुलिस मुठभेड़ में मार गिराया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी
ने पत्रकारों को बताया कि विकास को गुरूवार को उज्जैन के महाकाल क्षेत्र में गुरूवार को गिरफ्तार किया गया था।
उसे ट्रांजिट रिमांड पर सुरक्षा बल कानपुर लेकर आ रहे थे कि भौंती क्षेत्र के पास वाहन पलट गया जिससे पुलिस
और एसटीएफ के चार जवान घायल हो गये। उन्होंने बताया कि जवानो के घायल होते ही विकास ने एक जवान की
पिस्टल लेकर भागने का प्रयास किया।
पुलिस टीम ने उसे घेर कर आत्मसमर्पण करने के लिये कहा लेकिन वह नहीं माना और पुलिस टीम पर जान से
मारने की नियत से फायर करने लगा। पुलिस द्वारा आत्मरक्षार्थ जवाबी फायरिंग की गयी जिसमें विकास घायल हो
गया। उसे लाला लाजपत राय अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टरों ने इलाज के दौरान उसे मृत घोषित कर दिया।
सूत्रों ने बताया कि सुबह साढ़े छह बजे के करीब विकास को ले जा रहा वाहन संचेडी क्षेत्र के बाराजोड़ टोल प्लाजा
से पास हुआ जिसके पीछे मीडियाकर्मियों के वाहन थे जिन्हें टोल प्लाजा के पास चेकिंग के नाम पर रोका गया।
पत्रकारों की रोके जाने को लेकर एक पुलिस अधिकारी से करीब 20 मिनट तक तक बहस हुई जिसके बाद सभी
वाहनो को जाने दिया गया। आगे जाकर कानपुर नगर की सीमा में दाखिल होने के कुछ ही मीटर की दूरी पर
विकास का वाहन पलटा हुआ था हालांकि तब तक हिस्ट्रीशीटर को घायल अवस्था में पुलिस अस्पताल ले जा चुकी
थी।
पुलिस के मुताबिक वाहन पलटते ही विकास पुलिस जवानो की पिस्टल छीन कर खेतों की ओर भागा था। खेत पर
गिरे खून के निशान पुलिस के दावे की पुष्टि कर रहे थे। विकास के सीने और कमर में गोलियों के निशान देखे
गये हैं। सूत्रों ने बताया कि गुरूवार को मध्यप्रदेश के उज्जैन में गिरफ्तार हुए विकास को पुलिस अभिरक्षा में सड़क
मार्ग से कानपुर ला रहा था। उसे सुबह दस बजे अदालत में पेश करना था। संचेडी क्षेत्र तक सब कुछ ठीक ठाक था
लेकिन बर्रा और भौंती क्षेत्र की सीमा के नजदीक किसान नगर में पीएसआईटी इंस्टीट्यूट के पास पुलिस का वाहन
पलट गया।
गौरतलब है कि कानपुर में चौबेपुर के बिकरू गांव में पिछली दो जुलाई की रात को विकास और उसके साथियों ने
आठ पुलिसकर्मियों की गोली मार कर हत्या कर दी थी। इस सिलसिले में पुलिस अब तक विकास के पांच साथियों
को ढेर कर चुकी है। विकास की कल उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर से नाटकीय ढंग से गिरफ्तारी की गयी थी।
पुलिस दल उसे लेने चार्टर प्लेन से उज्जैन गया था लेकिन वापसी में उसे सड़क मार्ग से लाने का फैसला किया
गया।
गिरफ्तारी के 21 घंटे के बाद मारा गया विकास
गुरुवार, 9 जुलाई:
सुबह 9 बजे: विकास उज्जैन में गिरफ्तार।
शाम 7 बजे: यूपी एसटीएफ की टीम को विकास सौंपा गया।
रात 8 बजे: एसटीएफ की टीम कानपुर के लिए रवाना।
शुक्रवार, 10 जुलाई:
देर रात 3:15 बजे: एसटीएफ की टीम झांसी पहुंची। कुछ देर बाद कानपुर के लिए रवाना हुई।
सुबह 6:15 बजे: काफिले ने कानपुर देहात बॉर्डर रायपुर से शहर में एंट्री की।
सुबह 6:30 बजे: एसटीएफ की गाड़ी पलटी। तभी विकास दुबे ने भागने की कोशिश की। फायरिंग शुरू हुई। विकास
जख्मी हो गया।
सुबह 7:10 बजे: एसटीएफ विकास को हैलट अस्पताल लेकर पहुंची।
सुबह 7.55 बजे: विकास को मृत घोषित कर दिया गया।
उज्जैन में गिरफ्तारी के वक्त चिल्लाया था-विकास दुबे हूं, कानपुर वाला
विकास दुबे को गुरुवार सुबह उज्जैन मंदिर में करीब 9 बजे गिरफ्तार किया गया था। डरा हुआ हिस्ट्रीशीटर
गिरफ्तारी के वक्त चिल्ला रहा था कि मैं विकास दुबे हूं, कानपुर वाला। इसके बाद पुलिस उसे पहले महाकाल
थाना, पुलिस कंट्रोल रूम, नरवर थाना और फिर पुलिस ट्रेनिंग सेंटर लेकर गई। यहां उससे करीब दो घंटे तक
पूछताछ की गई। इस बीच, खबर आ रही है कि विकास की पत्नी ऋचा, उसके बेटे और नौकर को लखनऊ में
हिरासत में लिया गया था।
8 दिन में विकास दुबे समेत उसकी गैंग के 6 बदमाशों का एनकाउंटर
इससे पहले बुधवार देर रात विकास दुबे के एक और करीबी प्रभात मिश्रा मारा गया था। प्रभात को पुलिस ने
बुधवार को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया था। यूपी पुलिस उसे ट्रांजिट रिमांड पर कानपुर ले जा रही थी। रास्ते में
प्रभात ने भागने की कोशिश की, उसने पुलिस की पिस्टल छीनकर फायरिंग कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में
प्रभात मारा गया। पुलिस ने बुधवार को ही विकास के करीबी अमर दुबे का भी एनकाउंटर कर दिया था। अमर
हमीरपुर में छिपा था। अब तक विकास गैंग के 5 लोग एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं।
एनकाउंटर ने पैदा किए कई सवाल
-पुलिस का दावा है कि विकास दुबे 2-3 किलोमीटर भागा तो क्या पुलिस इतनी भी मुस्तैद नहीं थी कि वह इतनी
दूर तक भाग पाया? इतने कुख्यात अपराधी को उज्जैन से कानपुर ला रही पुलिस की तैयारी कैसी थी?
-इतने खुंखार अपराधी को पुलिस ने कैसे पकड़ा हुआ था कि वो हथियार छीनकर भाग रहा था?
-विकास दुबे को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया जाना था, ऐसे में जब उसे पता था कि वो कोर्ट जा रहा था, तो
वह भागने की कोशिश क्यों करेगा?
-क्या पुलिस की ओर से वीडियो जारी किया जाएगा? पुलिस की ओर से पलटी हुई गाड़ी की तस्वीर जारी की गई
है, लेकिन क्या इस घटना की प्रमाणिकता के लिए कोई वीडियो जारी किया जाएगा?
-क्या इतने बड़े अपराधी और एक हफ्ते पहले ही आठ पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाले खूंखार अपराधी को लाने
वाले पुलिसकर्मियों की तादाद इतनी नहीं थी कि गाड़ी पलटने के बाद वह हथियार छीनकर भागने लगा?
एनकाउंटर के बाद अब ये सवाल जोर-शोर से उठाएंगे।