विकास गुप्ता
नई दिल्ली। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने देशभर में बाढ़ बचाव कार्यों के
लिए 90 से अधिक टीमों को तैनात किया है जिनका कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण मुख्य ध्यान लोगों
और सामान की संक्रमणमुक्ति पर केंद्रित होगा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नॉर्थ ब्लॉक में अपने कार्यालय में
शुक्रवार को देश में मानसून की बारिश और बाढ़ के संबंध में तैयारियों की समीक्षा की तथा अधिकारियों को जान-
माल का नुकसान रोकने के लिए अच्छी तरह से योजना बनाने के निर्देश दिए। एनडीआरएफ के महानिदेशक एस
एन प्रधान ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘हमने बाढ़ से बचाव संबंधित कार्यों के लिए देशभर में 90 से अधिक टीम
तैनात की हैं।’’बाढ़ बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की एक टीम में करीब 45 कर्मी होते हैं और यह उपकरणों
तथा नौकाओं से लैस होती हैं।महानिदेशक ने बताया कि कोरोना वायरस वैश्विक महामारी को देखते हुए बचाव कार्य
और बचावकर्ताओं के लिए कुछ नई रणनीतियां बनाई गई हैं।प्रधान ने बताया कि लोगों और सामान की
संक्रमणमुक्ति तथा स्वच्छता पर पूरी तरह ध्यान केंद्रित करने और रोकथाम एवं सुरक्षात्मक सवाधानियां बरतने के
साथ एनडीआरएफ की टीमों की तैनाती की जाएगी।उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ ने राज्यों के मुख्य सचिवों तथा
विशेष राहत आयुक्तों को पत्र लिखकर शारीरिक दूरी, संक्रमणमुक्ति और स्वच्छता से संबंधित कोविड-19 दिशा-
निर्देशों के मद्देनजर बचाव दलों और कर्मियों के लिए पर्याप्त स्थान की मांग की है।इस संबंध में एक अन्य
अधिकारी ने बताया कि एनडीआरएफ की टीमों के पास तापमान मापने के उपकरण, मास्क, सैनिटाइजर और
आधारभूत चिकित्सा किट भी होगी।पिछले महीने पश्चिम बंगाल में चक्रवात ‘अम्फान’ के दौरान काम करने वाले
एनडीआरएफ के करीब 60 कर्मी बचाव कार्यों के दौरान कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए थे।अधिकारी ने बताया
कि हालांकि उनमें से लगभग सभी अब स्वस्थ हो चुके हैं।महानिदेशक ने कहा, ‘‘हम एकीकृत आपदा नियंत्रण कक्ष
बनाएंगे और सभी टीमों तथा उनके काम की चौबीसों घंटे निगरानी की जाएगी जैसी कि दिल्ली में एनडीआरएफ के
मुख्यालय से की जाती है।’’