विक्रम सिंह
जम्मू। जम्मू-कश्मीर में आतंक की यह सबसे भयावह तस्वीर है। दुर्दांत आतंकी सुरक्षाबलों
की जगह अब राज्य के मासूम नागरिकों को निशाना बनाने लगे हैं। राज्य में आतंक की तस्वीर को बयां करती एक
तस्वीर ने सबको झकझोर दिया है। कश्मीर के सोपोर में सीआरपीएफ जवानों पर आतंकी हमले के दौरान आतंकियों
ने एक शख्स को भी मार दिया। आतंकियों की गोली से झलनी दादा के सीने पर बैठे पोते की तस्वीर ने सबको
हिलाकर रख दिया है। मासूम बच्चा इस उम्मीद में दादा की छाती पर बैठा है कि दादा उठकर उसे घर लेकर
चलेंगे। उस मासूम को हकीकत का पता नहीं। भला पता भी कैसे होगा। जिसने अभी तक दादा की गोद में
किलकारियां की हों उसे जिंदगी-मौत का क्या पता। उसे क्या पता कि घाटी में चलते-फिरते दरिंदे घूमते हैं जो किसी
का दादा छीन लेता है तो किसी का पिता।
दादा के शव पर बैठा बच्चा
दरअसल, सोपोर में आतंकियों ने सीआरपीएफ के काफिले पर घात लगाकर हमला किया था। दोनों तरफ से
गोलीबारी में सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया जबकि आतंकियों ने एक आम नागरिक की भी हत्या कर
दी। जिस शख्स की हत्या हुई वह अपने पोते को लेकर कहीं जा रहे थे। गोली लगने के बाद शख्स जमीन पर गिरा
हुआ था। खून से लथपथ शरीर के पास उनका पोता पहले बैठा रहा। फिर इस उम्मीद में शख्स के सीने पर बैठ
गया कि उसका दादा उसे गोद में उठाकर उसके लिए मिठाई खरीदेगा। आज की तस्वीर दिल को दहला देने वाली
है।
जवान ने बच्चे को अपने पास बुलाया
घटनास्थल पर मौजूद एक जवान ने उस बच्चे को अपनी तरफ बुलाया। बच्चा उठकर उस जवान के पास गया।
फिर एक अन्य जवान आतंकियों की गोली से बचाने के लिए एक बच्चे को हाथ में लेकर उसे सुरक्षित स्थान पर ले
जा रहा है। बीच में बच्चा रुआंसा हो जाता है तो जवान उसे समझाते हैं। उससे बात करते हैं। बाद में जवान उस
बच्चे को एक गाड़ी में बैठाकर उसे उसकी मां के पास ले गए।
कुछ दिन पहले 5 साल के बच्चे की कर दी थी हत्या
कुछ दिन पहले आतंकियों ने बिजबेहरा में एक मुठभेड़ में एक 5 साल के बच्चे को हत्या कर दी थी। हालांकि
सुरक्षाबलों ने इस घटना में शामिल आतंकियों को कुछ दिन तक ही धरती पर जिंदा रहने दिया उसे ढेर कर दिया।
आम नागरिकों को भी निशाना बना रहे हैं आतंकी
हाल के दिनों सुरक्षाबलों की कार्रवाई में घाटी में कई आतंकी मारे गए हैं। जवानों की कड़ी कार्रवाई से बौखलाए
आतंकी अब घाटी के मासूम लोगों को भी अपना निशाना बनाने लगे हैं और वो बच्चों को भी नहीं छोड़ रहे हैं।