ट्रेनिंग के बाद विद्यार्थी कोविड-19 के खिलाफ जंग में देंगे अपना योगदान

asiakhabar.com | June 27, 2020 | 11:27 am IST
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सुमित चौधरी

सोनीपत। सोनीपत के बीएससी नर्सिंग फाइनल ईयर के 18 छात्र-छात्राएं कोरोना के
खिलाफ लड़ाई में अपनी जिंदगी दांव पर लगाते हुए स्वास्थ्य विभाग को सेवाएं देने के लिए आगे आएं हैं।
विद्यार्थियों का कहना है कि कोरोना के खिलाफ जंग के लिए वे पूरी तरह से तैयार हैं। ट्रेनिंग के बाद विभाग की
ओर से उन्हें जहां भी तैनात किया जाएगा, वे पूरी मेहनत व लगन से कोरोना संक्रमितों की सेवा करेंगे। शुक्रवार
को गुरुसदन संस्थान के चेयरमैन नरेंद्र सूरा व प्राचार्या राजकुमारी रंजीता देवी ने उनके बुलंद हौसले व जज्बे को
सलाम करते हुए कोरोना के इस जंग के लिए उन्हें रवाना किया। विद्यार्थियों ने सिविल अस्पताल सोनीपत पहुंचकर
अपने को स्वास्थ्य विभाग के हवाले कर दिया। चेयरमैन ने बताया कि प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या
बढऩे के कारण नर्सिंग स्टाफ की आवश्यकता ज्यादा बढ़ गई थी। पिछले दिनों इस बाबत स्वास्थ्य विभाग की ओर
से एक पत्र आया था, जिसमें बीएससी नर्सिंग फाइनल ईयर के विद्यार्थियों को कोरोना के खिलाफ जंग में योदादान
देने के लिए आमंत्रित किया गया था। इसके बाद संस्थान की ओर से विद्यार्थियों को सूचना दी गई। छात्र-छात्राओं
ने सूचना मिलते ही पूरे उत्साह के साथ अपनी सहमति प्रदान की। विद्यार्थियों के अभिभावकों ने भी अपने बच्चों
की जमकर हौसलाफजाई की। प्राचार्या राजकुमारी रंजीता देवी ने कहा कि संस्थान के करीब छह हजार पूर्व छात्र-
छात्राएं पहले ही देश के विभिन्न सरकारी व निजी अस्पतालों में कोरोना योद्धा के रूप में अपना योगदान दे रहे हैं।
अब फाइनल ईयर के विद्यार्थियों के जीवन में भी यह एक महत्वपूर्ण अवसर है। उन्होंने कहा कि कोरोना से जंग
के दौरान ये विद्यार्थी अपने घरों से दूर रहेंगे। विभाग की ओर से ट्रेनिंग देने के बाद इन्हें विभिन्न अस्पतालों में
तैनात किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग की ओर से ही इनके रहने व खाने का प्रबंध किया जाएगा। बीएससी नर्सिंग
फाइनल ईयर के विद्यार्थी ब्रिजमोहन, ईशु, देवेंद्र पंाचाल, निधि, मंजू, मनोज कुमार, प्रेरणा, प्रियंका, राहुल,
रवि, प्रियंका, संगीता, सौरब, सोनिया, स्टेफी, तमन्ना, विशाल व नीरज बेहद उत्साहित नजर आए। इन्होंने प्रदेश
सरकार का आभार जताया कि उन्हें कोरोना के जंग में एक योद्धा के रूप में लडऩे का मौका प्रदान किया गया है।


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