दोस्तो, समर वैकेशंस के दौरान आप जी भरकर खेलना चाहते हैं क्योंकि इस दौरान आपको पढ़ाई की चिंता स्कूल
के दिनों की तरह नहीं सताती। लेकिन गर्मी इतनी है तो पैरंट्स को लगता है कि आपको बाहर खेलने कैसे भेजें?
अब कार्ड या बोर्ड गेम्स खेलकर मन भर गया है तो क्यों न कुछ नए और दिलचस्प इनडोर गेम्स ट्राई करें। ऐसे ही
चंद गेम्स से आपको रूबरू करा रहे हैं सौमिल मजमुदार:
हॉप स्कॉच/टिपरी/स्टापू
-आपके पैरंट्स ने बचपन में यह गेम जरूर खेला होगा।-इसके लिए फर्श पर चॉक से नीचे दिए गए डायग्राम की
तरह हॉपस्कॉच का पैटर्न बनाए।-खिलाड़ी जमीन पर बने इस पैटर्न पर कोई स्टापू (आप इसे मिट्टी के टूटे गमले
के छोटे हिस्से से बना सकते हैं) फेंकता है।-इसके बाद इस पैटर्न पर कूदता है। सिंगल बॉक्स पर एक पैर से और
डबल पर दोनों से।-जंप के साथ झुककर स्टापू उठाकर वापस आना होता है।-इसके बाद वह फिर से स्टार्ट करता है।-
अब वह अगले नंबर पर स्टापू को टॉस करता है।-अगर खिलाड़ी का पैर या स्टापू लाइन पर आ जाए या उसका
बैलेंस चूक जाए तो उसकी टर्न खत्म हो जाती है और साथी खिलाड़ी की बारी आती है।-अगर आप अकेले खेल रहे
हैं तो फिर से शुरू कर सकते हैं। फायदा: इससे पैर मजबूत होते हैं और बैलेंस बनाने की क्षमता डिवेलप होती है।
बैलेंसिंग रेस
-जमीन पर कुछ ईंटों की मदद से बैलेंसिंग बीम बनाएं। बीम जमीन से बमुश्किल 6 इंच ऊंचा होगा।-एक-एक करके
इस बीम पर बैलेंस बनाकर रेस करनी होगी।-आप बीम पर बैकवर्ड वॉकिंग से गेम को और भी मजेदार बना सकते
हैं। फायदा: बैलेंस बनाने की क्षमता विकसित होती है।
इंडोर स्पोर्ट्स
-पेपर को रोल कर टेप लगाकर बॉल बनाएं या मार्केट में मिलनेवाली सॉफ्ट बॉल भी ले सकते हैं। एक बड़ी बाल्टी
या बर्तन को बास्केट बनाएं।-दो टीमों के बीच मैच रखें, जिसमें बच्चों को बॉल को अलग-अलग डिस्टेंस से बास्केट
में डालना होगा।-बॉल इतनी सॉफ्ट होनी चाहिए कि घर में कोई चीज न टूटे या किसी को चोट न लगे।-इसी तरह
घर के एक कोने में मिनी-क्रिकेट या मिनी-फुटबॉल खेल सकते हैं। खेल के नियमों को इंडोर के हिसाब से बदल दें,
जैसे कि बॉल घुटने की ऊंचाई से ऊपर नहीं जानी चाहिए या घर में एक सीमा से बाहर नहीं जानी चाहिए। फायदा:
हाथ और आंख के बीच तालमेल बेहतर होता है।