कैथल। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अमित झा ने कहा
कि जिला में जितने भी कनटेनमैंट जोन हैं, उन सभी पर विशेष निगरानी रखी जाए। उन स्थानों पर आवागमन
नही होना चाहिए। इसके साथ-साथ इस जोन में रहने वाले व्यक्तियों की स्वास्थ्य जांच भी समय-समय पर होती
रहे। क्वायरनटाईन सैंटरों में खाने-पीने तथा साफ सफाई की समूचित व्यवस्था होनी चाहिए, ताकि वहां रहने वाले
लोगों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं हो। ए.सी.एस. अमित झा लघु सचिवालय स्थित सभागार में कोरोना
महामारी के नियंत्रण को लेकर अधिकारियों की बैठक लेकर उन्हें जरूरी दिशा-निर्देश दे रहे थे। इस मौके पर आईजी
विकास अरोड़ा, डीसी सुजान सिंह, एसपी शशांक कुमार सावन मौजूद रहे। इससे पहले एसीएस ने लोक निर्माण
विभाग के विश्राम गृह में संबंधित अधिकारियों से जिला में किए गए कोविड-19 नियंत्रण के प्रबंधों की फीडबैक ली।
ए.सी.एस अमित झा ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि सभी अधिकारी पूर्व की भांति निष्ठïा व
ईमानदारी से कोरोना को हराने के लिए कार्य करते रहे। अनलोक होने से आवागमन बढ़ा है। इसके साथ हम सबकी
जिम्मेदारी भी पहले से अधिक बढ़ी है। ईमानदारी से डयूटी का निर्वहन करके हम कोरोना को कैथल से बाहर
दरवाजे पर ही रोक सकते हैं। उन्होंने कहा कि जिला की स्थिति अभी नियंत्रण में है, परंतू फिर भी एहतियात
बरतते हुए हमें सजग रहकर कार्य करना है। जिला में जितने भी पॉजीटीव केस मिले हैं, उन सबकी हिस्ट्री बाहर से
है, जोकि बहुत बड़ी राहत की बात है। इस मौके पर एसडीएम कमलप्रीत कौर, विवेक चौधरी, शशि वसुंधरा,
सीटीएम सुरेश राविश, प्रशिक्षु एचसीएस सुभाष चंद्र, पुलकित मल्होत्रा, डीडीपीओ जसविंद्र सिंह, सीएमओ राकेश
सहल, डीआरओ सुरेश कुमार, तहसीलदार सुदेश मेहरा, नायब तहसीलदार ईश्वर सिंह, कार्यकारी अभियंता बनारसी
दास, कुलदीप सिंह, डीआईओ दीपक खुराना, बीडीपीओ सुरेंद्र शर्मा, फूल कुमार, ईओ अशोक कुमार, एमई
राजकुमार शर्मा, डॉ. नीरज मंगला आदि मौजूद रहे।