नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस विकराल रूप लेता जा रहा है। भारत इस महामारी से सबसे
ज्यादा प्रभावित 5 देशों में आ गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक देश में कोरोना संक्रमितों की
संख्या 246628 पहुंच चुकी है। इनमें से 119293 मरीज इस महामारी से उबर चुके हैं जबकि 6929 लोगों की
मौत हो चुकी है।
देश में कोरोना से पहली मौत मार्च के मध्य में हुई थी और सात हफ्तों में यह आंकड़ा 6929 पहुंच चुका है। इनमें
आधी से अधिक मौतें पिछले एक पखवाड़े में हुई हैं। इनमें से 80 फीसदी मौतें देश में कोरोना से सबसे अधिक
प्रभावित 26 जिलों में हुई है। मुंबई, दिल्ली, अहमदाबाद, ठाणे, पुणे और चेन्नई में पिछले दो हफ्तों में 100 से
अधिक मौतें हुई हैं। शनिवार सुबह तक के आंकड़ों के मुताबिक इन शहरों में इस दौरान कोरोना से 1964 लोगों ने
दम तोड़ा। इन शहरों में शनिवार सुबह तक कुल 4055 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी थी।
हालांकि भारत में केस फैटलिटी रेश्यो (प्रति 100 मरीजों पर मौत) अब भी 2.8 फीसदी है। दुनिया में यह अनुपात
5.8 फीसदी है। कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित अमेरिका में यह 5.7 फीसदी, ब्राजील में 5.5 फीसदी और रूस
में 1.2 फीसदी है।
अभी तक कोरोना से ज्यादातर मौतें सर्वाधिक प्रभावित शहरों में हो रही थीं लेकिन अब देश के अन्य इलाकों में भी
इससे लोग दम तोड़ रहे हैं। पिछले एक पखवाड़े में कोरोना से कम से कम एक मौत वाले जिलों के संख्या 230 से
बढ़कर 320 हो गई है। इस सूची में 90 नए जिले जुड़े हैं जहां 22 मई तक किसी की कोरोना से जान नहीं गई
थी। इनमें से 18 जिले उत्तर प्रदेश और 13 जिले बिहार के हैं। इससे साफ है कि कोरोना अब देश के भीतरी
इलाकों में भी पैर पसार चुका है।
इसी तरह देश के कुल 736 जिलों में से करीब 700 जिलों में कोरोना का कम से कम एक मरीज है। 22 मई को
ऐसे जिलों की संख्या 630 थी। देश में लॉकडाउन का चौथा चरण 18 मई को शुरू हुआ था और इस दौरान
पाबंदियों में कई तरह की छूट दी गई थी।