विकास गुप्ता
नई दिल्ली। कोरोना वायरस की वजह से 25 मार्च से देश में लॉकडाउन लागू है। इस वजह से
देश की अर्थव्यवस्था को खासा नुकसान उठाना पड़ रहा है। 12 मई को देश की जनता को संबोधित करते हुए
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज का ऐलान किया था। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस
पैकेज को लेकर रोजाना विस्तार से जानकारी दे रही हैं। शुक्रवार को उन्होंने किसानों और पशुपालकों के लिए कई
बड़ी घोषणाएं की थी। जिसको लेकर कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस के मुताबिक ये पैकेज केवल
तेरह शून्य साबित हुआ है। कांग्रेस प्रवक्त कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने आर्थिक पैकेज पर बोलते हुए कहा
कि इस पैकेज से किसानों और मजदूरों को एक पैसा नहीं मिला है। एक बात बिल्कुल साफ है कि तथाकथित 20
लाख करोड़ रुपये का आर्थिक पैकेज जुमला पैकेज साबित हुआ है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री द्वारा
किए जा रहे 'वूडू' अर्थशास्त्र को दर्शाता है। पैकेज केवल तेरह शून्य साबित हुआ है। पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदबंरम ने
भी पीएम मोदी के आर्थिक पैकेज पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि आर्थिक पैकेज की तीसरी किश्त शून्य के
बराबर है। यहां तक कि वित्त मंत्री ने ये भी नहीं बताया कि कितनी राशि पहले से ही व्यय बजट का हिस्सा थी
और कितनी अतिरिक्त राशि दी गई है। वहीं एनसीपी प्रमुख ने भी आर्थिक पैकेज को लेकर सरकार पर निशाना
साधा है। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री द्वारा घोषित आत्मनिर्भर कृषि पैकेज से निराश हूं। लॉकडाउन के कारण हुए
नुकसान को ध्यान में रखते हुए पैकेज की घोषणा की जानी चाहिए थी। आपको बता दें कि शुक्रवार को वित्त मंत्री
निर्मला सीतारमण ने किसानों और पशुपालकों के लिए कई बड़े ऐलान किए। इसमें कृषि के बुनियादी ढांचे के
विकास के लिए सरकार एक लाख करोड़ रुपये देगी। इसके साथ ही आवश्यक वस्तु अधिनियम में संशोधन किया
जाएगा। दलहन, अनाज, खाद्य तेल, तेल बीज, प्याज और आलू को इसमें से निकाला जाएगा ताकि किसानों को
बेहतर मूल्य मिल सके।