सुरेंद्र कुमार चोपड़ा
आगे बढ़ने के लिए नॉर्मल से अधिक भागदौड़ करनी पड़ती है, तभी आप प्रतिस्पध्र्दा की रेस में शामिल हो सकते हैं
पर आधुनिक युग में आगे बढ़ने की चाहत इस कदर छाई हुई है कि हम न तो आराम से खाना खा पाते हैं और न
ही शरीर को फिट रखने हेतु एक्सरसाइज कर पाते हैं, क्योंकि समस्या समय की होती है। इस कारण स्वयं को
फिट रखना एक मुश्किल काम बन जाता है। ऐसे में आसान तरीका होता है कि सप्ताह में एक दिन फल सब्जियां,
जूस और सूप पर ही रहा जाये जिससे पौष्टिकता और एनर्जी तो पूरी मिलेगी पर खाना बनाने, खाने और सोचने
की मेहनत नहीं करनी पड़ेगी। शरीर भी स्वस्थ और स्फूर्ति से भरा रहेगा और मोटापा भी नहीं चढ़ेगा। आइए देखें
उस दिन हम अपने मेन्यू में किन फलों सब्जियों के जूस और सूप को स्थान दें ताकि फिट रह सकें।
ब्रेकफास्ट टाइम: प्रातः अपनी दिनचर्या से निपट कर एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच शहद और आधा नींबू
का रस मिला कर धीरे-धीरे चाय की चुस्की की तरह लें। यह दिन भर आपको ताजगी प्रदान करेगा और शरीर से
विषैले पदार्थों को फ्लश आउट करने में सहायक होगा। यह शरीर क एक्स्ट्रा चर्बी को भी कम करेगा। प्रातःकाल
आप आंवले का रस भी पी सकते हैं जो स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होता है। यदि आंवला रस ऐसे न पिया
जाए तो उसमें शहद या थोड़ा गुड़ मिलाकर भी पी सकते हैं इससे इसका स्वाद बेहतर हो जाता है। कभी-कभी
अदरक के एक चम्मच रस में एक नींबू का रस और दो चम्मच शहद आधा गिलास गर्म पानी में मिलाकर पीने से
आंखें, बाल और त्वचा में सुधार आता है। नाश्ते में कोई भी फल जैसे सेब, आडू, पपीता एक छोटी प्लेट में काट
लें। चाहें तो उसमें स्प्राउट्स मिला सकते हैं। यह नाश्ते के लिए पर्याप्त होता है।
लंच टाइम:- लंच टाइम में खीरे का 1 गिलास रस या टमाटर, मूली किसी का भी 1 गिलास ताजा रस पिएं।
टमाटर में कैल्शियम, फास्फोरस, सोडियम व आयोडीन भरपूर मात्रा में होता है पर ध्यान रखें कि पथरी के रोगी
इस रस का सेवन न करें। वह वजन कम करने में भी मदद करता है। चाहें तो मनपसन्द फलों का ताजा जूस भी
पी सकते हैं जैसे संतरा, अनानास, अमरूद, मौसमी का मिक्स जूस भी ले सकते हैं और एक फल का जूस भी पी
सकते हैं। केला, आम और चीकू का रस न पिएं, क्योंकि ये कैलोरी से भरपूर होते हैं। चार से पांच बजे के बीच
कोई फल ले लें ताकि भूख न लगे।
डिनर टाइम:- सब्जियों का गर्म सूप रात्रि में डिनर के रूप में लें। चाहें तो उसमें अंकुरित दाल भी मुट्ठी भर डाल
दे। रात्रि के समय घीया, पालक, टमाटर, बाथू, छोटा टुकड़ा अदरक डालकर सूप तैयार करें। सूप पटने में भी
आसान होता है और विटामिन से भरपूर होता है। क्लियर सूप न लेकर उसमें रफेज भी रहने दें जिससे कब्ज न हो।
जूस और सूप ऐसे खाद्य पदार्थ है जिन्हें बिना किसी कोशिश के पचाया जा सकता है।
ध्यान दें:-
-फ्रेश फलों का जूस पिएं। डिब्बाबंद, कैन या बोतल वाला जूस सेहत के लिए लालप्रद नहीं होता। दिन में
मजबूरीवश इसे पिया जा सकता है पर अपने भोजन का अंग न बनाएं।
-दिन में चार गिलास से अधिक जूस न पिएं। फिर भी भूख लगे तो सब्जियों का रस लें।
-सब्जी और फलों का रस एक साथ न पिएं। दोनों में 3 से 4 घंटे का अंतराल जरूरी है।
-दिन में फलों का रस लें और रात्रि में सब्जियों का सूप या रस लें।
-एक साथ अधिक फलों के रस को मिक्स कर न पिएं।
-एक ही टाइप का जूस दिन में एक बार लें, दूसरी बार दूसरे फल का लें।