नई दिल्ली। जामिया समन्वय समिति (जेसीसी) ने शुक्रवार को कहा कि फरवरी में उत्तर-पूर्वी
दिल्ली में हुए दंगों के सिलसिले में उसके दो सदस्यों को बेवजह गिरफ्तार किया गया। जेसीसी जामिया मिल्लिया
इस्लामिया के मौजूदा और पूर्व छात्रों का समूह है। इसका गठन संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ
प्रदर्शनों के लिये किया गया था। दिल्ली पुलिस ने जामिया के छात्रों मीरान हैदर और सफूरा जरगर के खिलाफ
सीएए को लेकर उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों के संबंध में गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के
तहत मामला दर्ज किया है। सांप्रदायिक दंगे भड़काने की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किए गए हैदर और
जरगर फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं। हैदर जेसीसी का मीडिया समन्वयक जबकि जरगर समिति की सदस्य है।
समिति ने कहा, ''इस कानून (यूएपीए) का इस्तेमाल संवैधानिक नैतिकता की रक्षा कर रहे कई कार्यकर्ताओं के
खिलाफ किया गया है। इस सूची में अब जेसीसी के सदस्यों का भी नाम जुड़ गया है, जो कि मौजूदा और पूर्व
छात्रों का पूरी तरह संवैधानिक मूल्यों पर आधारित समूह है।''