पुलिस का काम नहीं है बाजारों पर रोकथाम करना : एसएचओ सीलमपुर

asiakhabar.com | March 20, 2020 | 4:19 pm IST

मनदीप जैन

नई दिल्ली। देश में अब तक कोरोना संक्रमितों की संख्या आज बढकर 170 के पार हो चुकी
है। इसे लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने सोमवार को ही घोषणा कर दी थी कि कहीं भी 50 से
अधिक लोगों को एकत्र होने की अनुमति 31 मार्च तक नहीं है। लेकिन सीलमपुर का गुरूवार को लगने वाला
साप्ताहिक बाजार सरकार और प्रशासन को ठेंगा दिखाते हुए पूरे धडल्ले से लगा। इतने गंभीर विषय पर सीलमपुर
थाने के एसएचओ मनोज शर्मा का कहना है कि पुलिस के पास यही काम नहीं है। जहां एक तरफ पूरी दुनिया
खतरनाक जानलेवा वायरस कोरोना से भयभीत है और इससे बचाव को एहतियातन कदम उठा रही है, वहीं हमारे
देश भारत में भी एहतियातन कदम उठाए जा रहे हैं। वहीं दिल्ली सरकार ने भी पिछले दिनों एहतियाती कदम
उठाते हुए घाषणा कर दी कि कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में 31 मार्च तक 50
से अधिक लोगों की मौजूदगी वाले धार्मिक, पारिवारिक, सामाजिक, राजनीतिक या सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित
करने के साथ प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं होगी और ना ही दिल्ली में कहीं भी साप्ताहिक बाजार लगाए जा
सकेंगे।
उत्तर पूर्वी दिल्ली के न्यू सीलमपुर में लगने वाला साप्ताहिक बाजार एक बहुत बडे क्षेत्र को कवर करता है। यहां
छोटे-बडे कुल मिलाकर लगभग दो-ढाई हजार ठिये लगते हैं। इस बाजार में आस-पास के इलाकों के करीब हजारों की
संख्या में ग्राहक आते हैं जिनमें अधिकांश महिलाएं होती हैं। ऐसे में सोचने वाली बात है कि इतनी भीड में यदि
संक्रमित व्यक्ति बाजार में मौजूद रहा तो कितने लोग इससे संक्रमित हो जाएंगे। इस गुरूवार को भी सभी ठिये
दुकानें पहले की भांति ही लगी, उन्हें रोकने वाला कोई नहीं था। ना तो दिल्ली नगर निगम का कोई अधिकारी और
ना ही पुलिस का।
कोरोना को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरिंवद केजरीवाल के आदेश को ठेंगा दिखाकर सीलमपुर का साप्ताहिक
बाजार पहले की भांति ही लगा। इस बाजार में सीलमपुर, जाफराबाद, चैहान बांगर, बहमपुरी, शास्त्री पार्क, घोंडा
मौजपुर, पुराना सीलमपुर से लेकर दूर-दराज के क्षेत्रों से भी लोग आते हैं। बाजार में मौजूद दुकानदारों और भीड को
जैसे कोरोना का कोई डर ही नहीं था और ना ही उन्हें कोई रोकने वाला था। इस संबन्ध में सीलमपुर थाने के
एसएचओ मनोज शर्मा से जब बात की गई तो उनका जवाब था कि पुलिस के पास यही काम नहीं है। और भी

सिविक एजेंसियां हैं वो देखेंगी। उन्होंने फोन पर ही कहा कि अगर आपके पास फोटो हैं बाजार के तो छाप दो।
इसके बाद जब उनसे पूछा कि पुलिस सरकारी आदेश के मददेनजर बाजार लगने से नहीं रोक सकती तो कौन
रोकेगा। इस पर उन्होंने कहा कि मैंने कोई स्कूल, काॅलेज तो खोल नहीं रखा जो जानकारी दे दूं।


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