अर्पित गुप्ता
गाजियाबाद। दिल्ली हिंसा में पीएफआई कनेक्शन उजागर होने के बाद दिल्ली पुलिस की एक
टीम बुधवार को गाजियाबाद पहुंची। टीम ने भोजपुर, मसूरी, मुरादनगर व डासना थानाक्षेत्र के कुछ जगहों पर
पुलिस टीम ने छानबीन की। टीम ने स्थानीय लोगों को फोटो दिखाकर पूछताछ की ओर कई लोगो के बारे में
जानकारी भी ली। खास बात यह रही कि दिल्ली पुलिस की टीम ने स्थानीय थानों में आमद नहीं कराई।
नागरिकता कानून के विरोध में दिल्ली में बीते माह तीन दिन तक हिंसा हुई। 50 से ज्यादा लोगों की जान गई
और करोड़ों की संपत्ति का नुकसान पहुंचाया गया। इस हिंसा के पीछे भी पीएफआई यानि पॉपुलर फ्रंट आॅफ इंडिया
का हाथ सामने आया। दिल्ली पुलिस ने एक आरोपी दानिश की गिरफ्तारी भी की हैं। यह पीएफआई का कार्यकर्ता
बताया गया हैं। इससे पूर्व पश्चिम यूपी में सीएए को लेकर हुई उप्रदव की घटनाओं में पीएफआई का प्रदेश का
सरगना भोजपुर थानाक्षेत्र के गांव कलछीना निवासी परवेज आलम का नाम सामने आया था। 25 हजार रूपयें के
इस इनामी की तलाश में पुलिस अब कुर्की की कार्यवाही करने में जुटी हैं।
परवेज आलम के सदस्यों की ओर से ही गाजियाबाद के मसूरी, डासना, मुरादनगर आदि स्थानों पर उपद्रव मचाने
से लेकर मेरठ हिंसा की प्लानिंग भी की गई थी। इसलिए अंदेशा है कि दिल्ली हिंसा को लेकर भी गाजियाबाद में
ताना-बाना बुना गया हो। खास तोर पर लोनी के कुछ युवकों के इस हिंसा में शमिल होने की बात सामने आ रही
हैं। इसे लेकर ही उपद्रवी तत्वों की छानबीन के लिए दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम गाजियाबाद पहुंची है। दिल्ली
पुलिस टीम ने पीएफआई के सदस्यों के साथ ही उनके गुर्गों की तलाश शुरू कर दी है। आसपास मौजूद लोगों से
जानकारी ली जा रही है।टीम बिना स्थानीय पुलिस की सूचना दिए भोजपुर मसूरी गाजियाबाद कोतवाली क्षेत्र में
पहुंची। दिल्ली पुलिस टीम के साथ एक बावर्दी इस्पेक्टर भी बताया गया हैं। टीम ने कुछ जगह पर पूछताछ की
और टीम ने इन स्थानों पर फोटोग्राफ दिखाकर भी कुछ जानकारी ली।