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यरुशलम। गाजा पट्टी से इजराइली बस्तियों को पूरी रात निशाना बनाए जाने के बाद
इजराइल ने बुधवार तड़के हमास के ठिकानों को निशाना बनाया। सेना ने यह जानकारी दी। उल्लेखनीय है कि
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की ओर से ‘पश्चिम एशिया शांति योजना’ घोषित किए जाने के बाद यह पहला
संघर्ष है। हालांकि, फलस्तीन ने इस योजना को सिरे से खारिज कर दिया है। इजराइली सेना ने बताया कि उसने
हमास के हथियार निर्माण केंद्र को निशाना बनाया और इससे गाजा में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
उन्होंने बताया कि यह संघर्ष हमास नियंत्रित इलाके से रॉकेट और विस्फोटक गुब्बारे से हमला करने और पश्चिमी
तट पर हिंसक प्रदर्शन शुरू होने के बाद हुआ। उल्लेखनीय है कि हमास शासकों और इजराइल के बीच बनी
अनौपचारिक सहमति के तहत हाल के महीनों में गाजा पट्टी में अपेक्षाकृत शांति थी लेकिन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प
द्वारा पिछले हफ्ते इजराइल का पक्ष लेती योजना पेश किए जाने के बाद तनाव बढ़ गया। राकेट हमले के
मद्देनजर सेना ने कहा कि वह इस हमले को बहुत गंभीरता से ले रही है और किसी भी स्थिति से निपटने को
तैयार है। वहीं बुधवार को फलस्तीन प्रशासन ने इजराइल से सब्जी, फल, पेय पदार्थ और मिनरल वाटर के आयात
पर रोक लगाने की घोषणा की। यह सितंबर में इजराइल और फलस्तीन के बीच शुरू व्यापार युद्ध की एक कड़ी है।
उस समय फलस्तीन ने इजराइल से बीफ का आयात रोक दिया था। फलस्तीन के आर्थिक मामलों के मंत्री खालिद
अल आस्ली ने कहा कि हालिया फैसला इजराइल पर सब्जियों का आयात बहाल करने के लिए दबाव बनाने के
मकसद से है। उन्होंने कहा कि फलस्तीन सालाना 30 करोड़ डॉलर मूल्य की फल और सब्जियों का आयात करता
है जबकि 5.5 करोड़ डॉलर कीमत की फल और सब्जियों का निर्यात करता है।