पेरिस। फ्रांस में पेंशन सुधारों की मांग को लेकर शनिवार को सबसे भीषण
राष्ट्रव्यापी हड़ताल की आशंका है क्योंकि यूनियनों ने चेतावनी दी है कि आंदोलन अगले सप्ताह भी जारी
रहेगा। सप्ताहांत में हुए हड़ताल के कारण पूरे देश में रेल, मेट्रो ट्रेन सेवाएं ठप पड़ गई थीं। हवाई सेवाओं
पर इसका कम असर पड़ा था। बृहस्पतिवार के प्रदर्शन में करीब आठ लाख लोगों ने हिस्सा लिया था।
यह हड़ताल राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों की पेंशन सुधार की उनकी योजना के लिए चुनौती बन गई है।
सैकड़ों की तादाद में लोग सड़कों पर उतरे ओर अहम परिवहन सेवाएं ठप रहीं। हड़ताल की शुरुआत
बृहस्पतिवार को हुई। हड़ताल का प्रभाव इतना अधिक था कि इसने 1995 की सर्दी की यादें ताजा कर दीं
जब तीन हफ्ते के भारी विरोध की वजह से तत्कालीन सरकार को अपनी सामाजिक नीति वापस लेनी
पड़ी थी। यूनियनों ने बृहस्पतिवार को बड़ी-बड़ी रैलियां निकालने के बाद अब मंगलवार को भी व्यापक
राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन करने का संकल्प जताया है, हालांकि आगामी दिनों में ठप पड़े परिवहन में थोड़ा सुधार
होने की संभावना है। इससे पहले भी मैक्रों ‘‘येलो वेस्ट’’ आंदोलन की चुनौती झेल चुके हैं। फ्रांस में
असमानता के खिलाफ पिछले साल हुए इस आंदोलन ने सरकार को झकझोर कर रख दिया था।