विकास गुप्ता
नई दिल्ली। राजधानी में बुधवार को प्रजा फाउंडेशन के द्वारा सभी निगम पार्षदों
का रिपोर्ट कार्ड जारी किया गया. जिसमें ये दावा किया गया कि वर्ष 2018 की तुलना में इस साल
दिल्ली के पार्षदों की परफॉर्मेंस गिर गई है. रिपोर्ट में कहा गया कि तीनों निगम में पार्षदों का औसत
स्कोर गिर गया है. यही नहीं बीते साल उठाए गए मुद्दों की गुणवत्ता में भी कमी आई है. बताया गया
कि तीनों निगम में पार्षदों को अलग-अलग मानकों पर रैंक किया गया है, जिसमें साउथ एमसीडी में
राजौरी गार्डन से पार्षद बलराम कुमार ओबरॉय, नार्थ में अवतार सिंह और ईस्ट में गोविंद अग्रवाल को
पहले स्थान पर रखा गया है.
साउथ एमसीडी में पहले स्थान पर राजौरी गार्डन से पार्षद बलराम कुमार ओबेरॉय हैं. जिन्हें कुल
मिलाकर 100 में से 77.07 स्कोर मिला है. यहां दूसरे स्थान पर 75.16 स्कोर के साथ रणधीर कुमार
रहे. वहीं 74.44 स्कोर के साथ सुमन डागर तीसरे स्थान पर हैं. नॉर्थ एमसीडी में पहले नंबर पर मौजूदा
मेयर अवतार सिंह 76.40 स्कोर के साथ, गुड्डी देवी 74.32 स्कोर के साथ तो वहीं विपिन मल्होत्रा
74.24 स्कोर के साथ तीसरे स्थान पर हैं. इसी तरह इस्ट एमसीडी में गोविंद अग्रवाल 76.38 स्कोर के
साथ पहले, राजीव कुमार 73.53 के साथ दूसरे और संदीप कपूर 72.89 स्कोर के साथ तीसरे स्थान पर
हैं.
प्रजा फाउंडेशन के निदेशक मिलिंद ने कहा कि किसी भी पार्षद का मुख्य काम बैठकों में भाग लेना होता
है, लेकिन पार्षदों ने 2018 की रिपोर्ट कार्ड की तुलना में 2019 के दौरान कम बैठकों में भाग लिया.
तीनों निगमों में पार्षदों की उपस्थिति घटी है. साउथ एमसीडी में यह उपस्थिति 70.74% हो गई है,
जबकि 2018 की रिपोर्ट कार्ड में यह 75.10% थी. नॉर्थ एमसीडी में उपस्थिति 69.68% रही, जबकि
2018 के रिपोर्ट कार्ड में यह 75.32% थी. इसी तरह एमसीडी में 2019 के रिपोर्ट कार्ड में यह उपस्थिति
76.17% तक गिर गई, जबकि 2018 के रिपोर्ट कार्ड में यह 81.83% थी.