मनदीप जैन
नई दिल्ली। अपने शोध कार्यों के लिए जाना जाने वाला जवाहरलाल नेहरू
विश्वविद्यालय (जेएनयू) डांस और म्यूजिक स्कूल खोलने की तैयारी में है. बता दें कि जेएनयू की 152वीं
अकादमिक काउंसिल की मीटिंग में आयुर्वेदिक स्कूल ऑफ ट्रेडिशनल डांस एंड म्यूजिक के प्रस्ताव को
पारित कर दिया गया है. इसको लेकर जेएनयू प्रशासन का कहना है कि आने वाले अकादमिक सत्र
2020-21 से इसे शुरू कर दिया जाएगा.
पढ़ाई के साथ साथ पारंपरिक नृत्य, संगीत और लोकनृत्य को बढ़ावा देने के लिए जेएनयू प्रशासन की
ओर से 'स्कूल ऑफ ट्रेडिशनल डांस एंड म्यूजिक' शुरू करने के प्रस्ताव को 152वीं अकादमी काउंसिल की
बैठक में मंजूरी मिल गई है. इसको लेकर जेएनयू के रेक्टर प्रोफेसर एस.सी गड़कोटी ने बताया कि
परफॉर्मिंग आर्ट्स को बढ़ावा देने के लिए यह पहल की गई है. जिसे अकादमी काउंसिल की मीटिंग में
मंजूरी मिल गई है. उन्होंने कहा कि कोशिश की जाएगी कि आने वाले सत्र से यह स्कूल शुरू कर दिया
जाए. साथ ही उन्होंने बताया कि प्रशासन ने इसके लिए एक वर्किंग कमेटी बनाई है जिसमें बाहर के भी
कुछ सदस्य शामिल हैं और इस कमेटी के ऊपर एक एडवाइजरी कमेटी भी रहेगी.
वर्किंग कमेटी स्कूल के प्लान की तैयारी करेगी जिसके बाद एडवाइजरी कमिटी की राय लेने पर ही इसे
कार्यान्वित किया जाएगा. प्रोफेसर ने बताया कि इस स्कूल में शुरुआती तौर पर ग्रेजुएशन लेवल के कोर्स
होंगे और धीरे-धीरे इसे पीएचडी लेवल पर ले जाने की योजना है. बता दें कि स्कूल ऑफ ट्रेडिशनल डांस
एंड म्यूजिक के अलावा अकादमिक काउंसिल की मीटिंग में आयुर्वेद बायोलॉजी अंडर ग्रैजुएट कोर्स शुरू
करने की भी मंजूरी मिल गई है. इस कोर्स को जेएनयू के संस्कृत एंड इंडीज स्टडीज स्कूल में चलाने की
योजना तय हुई है. स्कूल ऑफ़ इंजीनियरिंग और स्कूल ऑफ मैनेजमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप के बाद यह
जेएनयू द्वारा शुरू किया जा रहा तीसरा नया स्कूल होगा.