विनय गुप्ता
नई दिल्ली/गुरुग्राम। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि
सरकार आतंकवाद के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति पर अडिग है और इसी के तहत अब आतंकवाद
के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ी जा रही है। श्री शाह ने मंगलवार को हरियाणा के गुरुग्राम के मानेसर में
राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के 35वें स्थापना दिवस पर अपने संबोधन में कहा कि आतंकवाद सबसे
बड़ा अभिशाप और विकास के रास्ते में बड़ी बाधा है। उन्होंने कहा कि भारत इससे लंबे समय से
अभिशप्त है और इसके खात्मे के लिए लड़ाई लड़ रहा है। सरकार आतंकवाद के खात्मे के लिए ‘जीरो
टॉलरेंस’ की नीति पर अडिग है और आतंकवाद से निपटने में वह किसीतरह की कसर नहीं छोड़ेगी।
पाकिस्तान पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि भारत लंबे समय से
पाकिस्तान प्रेरित आतंकवाद से पीड़ित रहा है। अब सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाकर
वहां चिरकालीन शांति स्थापित करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने कहा कि एनएसजी और
अन्य सुरक्षा बल आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ रहे हैं। श्री शाह ने कहा कि एनएसजी के
कमांडो की बहादुरी और साहस के कारनामे देखकर उन्हें विश्वास है कि निर्णायक लड़ाई में देश की जीत
होगी। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री के नाते वह लोगों को विश्वास दिलाना चाहते हैं कि एनएसजी के
अभेद्य कौशल के कारण देश की आंतरिक सुरक्षा पर कोई आंच नहीं आएगी क्योंकि हमारे जाबांज
कमांडों किसी भी खतरे से निपटने में पूरी तरह सक्षम हैं। श्री शाह ने उल्लेखनीय योगदान देने वाले बल
के जवानों और अधिकारियों को पदकों से सम्मानित किया तथा बल के शहीद जाबांजों को श्रद्धांजलि
अर्पित की। इस मौके पर एनएसजी के कमांडो ने विभिन्न आपात स्थितियों में आतंकवादियों केे खिलाफ
अपने कौशल का प्रदर्शन किया। एनएसजी महसनिदेशक एस एस देशवाल ने श्री शाह को स्मृति चिन्ह
भेंट किया।