नई दिल्ली। इंडियन सुपर फुटबॉल लीग (आईएसएल) क्लब केरला ब्लास्टर्स की
पहचान एशिया में सबसे अधिक सपोर्ट किए जाने वाले क्लबों में से एक है। वर्ष 2014 में केरला
ब्लास्टर्स के जन्म के साथ एक नए युग का उदय हुआ। अपने उदय के पांच साल में ब्लास्टर्स दिन
प्रतिदिन मजबूत हुआ है। अब ब्लास्टर्स के फेसबुक, ट्वीटर औऱ इंस्टाग्राम पर इस क्लब से 10 लाख से
अधिक फालोअर्स हैं। दुनिया भर में सबसे अधिक डिजिटली फालोड 100 क्लबों में ब्लास्टर्स एकमात्र
दक्षिण एशियाई फुटबाल क्लब है।
ब्लास्टर्स के डिजिटल प्लेफामर्स पर कुल 43 लाख फालोअर्स हैं औऱ इसी कारण यह क्लब वैश्विक और
एशियाई सूची 10वें स्थान पर काबिज है। इस क्लब के लास एंजेलिस गैलेक्सी (41 लाख), सेल्टिक
एफसी (31 लाख) औऱ एएफसी चैम्पियंस लीग विजेता काशिमा एंटलर्स (पांच लाख) से भी अधिक
फालोअर्स हैं।
कोच्चि के जवाहर लाल नेहरू स्टेडिय में ब्लास्टर्स को मिलने वाले होम सपोर्ट को किसी भी सूरत में
नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। शुरुआती दो साल में इस स्टेडियम की कैपेसिटी 60 हजार थी
लेकिन सुरक्षा कारणों से इसे 40 हजार कर दिया गया। हीरो इंडियन सुपर लीग में केरल के सपोटर्स
दूसरी टीमों के लिए हमेएशा से एक चुनौती रहे हैं।
कोच एल्को स्काटोरी ने एक बार कहा था-कोच्चि के स्टेडियम में मौजूद रहने वाले फैंस ब्लास्टर्स के लिए
एक अतिरिक्त खिलाड़ी के तौर पर काम करते हैं। यह टीम दो बार खिताब के करीब आई और दोनों ही
बार (2014 तथा 2016) एटीके के हाथों हार गया। बीते दो सीजन में यह टीम प्लेआफ में भी नहीं पहुंच
सकी है। इसकी बीती कहानी निराशाजनक है लेकिन स्काटोरी ने कुछ नए खिलाड़ियों को लेते हुए इस
टीम के लिए नए सिरे से उम्मीद की किरण जगाई है।