सुरेंद्र कुमार चोपड़ा
अपनी जिंदगी से जुड़े इन चंद प्रश्नों पर जरा गौर करें-क्या आप रोज एक्सरसाइज करते हैं? सिगरेट-बीड़ी
की लत से दूर हैं? शराब कभी-कभी या बिलकुल नहीं पीते? शरीर का वजन काबू में है? जंक फूड और
ज्यादा नमक-चीनी से परहेज रखते हैं? यदि इनका जवाब हां है, तो खुश हो जाइए। आपका यह अच्छा
लाइफस्टाइल आपको कई तरह के कैंसर के खतरे से बचाए रखेगा। यदि इनमें से ज्यादातर या कुछ का
जवाब नहीं है, तो भी घबराने की जरूरत नहीं है।
ब्रिटेन के वर्ल्ड कैंसर रिसर्च फंड के मुताबिक लाइफस्टाइल में बदलाव करके कैंसर के एक तिहाई मामले
कम किए जा सकते हैं। यह बदलाव बहुत सामान्य और हमारी रोज की जिंदगी से जुड़े हैं। वर्ल्ड कैंसर
रिसर्च फंड के विशेषज्ञों ने दावा किया है कि यदि लोग रोज महज 10 मिनट एक्सरसाइज करें, अपना
वजन नियंत्रित रखें और शराब पीना बेहद कम कर दें तो अकेले ब्रिटेन में हर साल कैंसर के 84 हजार
केस कम हो सकते हैं। विशेषज्ञों का दावा है कि लाइफस्टाइल से जुड़े 9 बदलाव करके 13 तरह के कैंसर
से बचा जा सकता है। क्या हैं ये बदलाव, क्या करना है और क्या नहीं, आइये जानें…
वजन काबू में रखें
कैंसर का खतरा कम करने के लिए सिगरेट-बीड़ी छोड़ने के बाद दूसरी सबसे जरूरी चीज है शरीर का
वजन सही रखना। वजन बढ़ने से ब्रेस्ट, लिवर, प्रोस्टेट जैसे 10 तरह के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
वजन सही हो तो टाइप-2 डायबिटीज और दिल के रोगों का खतरा भी कम रहता है। माना जाता है कि
वसा कोशिकाएं ओएस्ट्रोजेन जैसे हार्मोन बनाती हैं, जो ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ा सकते हैं। वजन काबू
में रखने के लिए ज्यादा घी-तेल और मीठे वाली चीजों से परहेज करें। डाइट पर गौर करने के साथ-साथ
एक्सरसाइज करें।
बैठे न रहें
यह सभी जानते हैं कि एक्सरसाइज करना दिल और फेफड़ों के लिए अच्छा है। लेकिन यह कैंसर,
खासतौर पर आंत, गर्भाश्य और स्तन कैंसर का खतरा भी कम कर सकती है। एक्सरसाइज हमें इस
बीमारी से कैसे बचाती है, यह अभी पूरी तरह स्पष्ट नहीं है, लेकिन कई स्टडीज के मुताबिक शरीर को
सक्रिय रखने से हार्मोन्स का स्तर सही बना रहता है, वजन काबू में रहता है, रोग प्रतिरोधक क्षमता
बढ़ती है, पाचन सही रहता है। यही सब मिलकर कैंसर तक के खतरे से बचाने में मदद करते हैं। यदि
आप शारीरिक तौर पर ज्यादा सक्रिय नहीं हैं, तो रोज 30 मिनट का लक्ष्य रखें। इस दौरान आप
एक्सरसाइज करें, साइकिल चलाएं, सैर करें या कुछ भी ऐसा करें कि पूरा शरीर काम में लग जाये।
लगातार 30 मिनट के बजाय, आप इसे 10-10 मिनट के तीन हिस्सों में भी कर सकते हैं। एक बार
आदत बन जाये तो यह वक्त बढ़ाएं।
हरी-भरी हो डाइट
ब्रिटेन में हुई इस रिसर्च में माना गया है कि शाकाहारी खानपान कैंसर से बचाने में मदद करता है।
इसके मुताबिक सब्जियां और फल हमें मुंह, गले, पेट और फेफड़ों के कैंसर से बचा सकते हैं। इनमें
मौजूद फाइटोकेमिकल्स नाम के तत्व हमारी कोशिकाओं को नुकसान से बचाते हैं। यह न सिर्फ पौष्टिक
होते हैं, बल्कि कम कैलरी वाले होते हैं, यानी इन्हें खाने से वजन सही रहता है। यह रेशेदार होते हैं,
इसलिए पेट और पाचन दुरुस्त रहता है।
टॉनिक के सहारे न रहें
कई लोग मिनरल और विटामिन की गोलियों के भरोस रहते हैं। बिना डॉक्टरी सलाह के ऐसी दवाइयां
लेने से सेहत सुधरने के बजाय उलटा बिगड़ भी सकती है। वर्ल्ड कैंसर रिसर्च फंड की राय है कि
विटामिन की दवाइयां लेने के बजाय सही आहार लेना ज्यादा फायदेमंद है।
कम कर दें नमक
दिनभर में 6 ग्राम (2.4 ग्राम सोडियम) से ज्यादा नमक न लें। ज्यादा नमक से पेट के कैंसर का खतरा
बढ़ जाता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि नमक हमारे पेट की लाइनिंग को नुकसान पहुंचा सकता है,
इसी वजह से यह कैंसर का भी कारण बन सकता है। कई चीजों पर नमक के बजाय सोडियम की मात्रा
लिखी होती है। उसमें नमक कितना है, यह जानने के लिए सोडियम की मात्रा को 2.5 से गुणा कर दें।
शिशु को दें मां का दूध
नवजात के लिए मां का दूध जितना फायदेमंद है, स्तनपान कराना मां के लिए भी उतना ही जरूरी है।
इससे स्तन कैंसर का खतरा कम होता है। इससे मां के शरीर में ऐसे कई हार्मोन्स का स्तर कम होता है,
जो कैंसर का कारण बन सकते हैं। मां को कम से कम छह महीने तक बच्चे को दूध पिलाना चाहिए।
इन्हें छोड़ें…
शराब
शराब पीने से मुंह, गले, लिवर, आंतों और ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ता है। विशेषज्ञों की राय यही है कि
शराब बिलकुल न पियें। यदि नहीं छोड़ सकते तो बेहद कम कर दें। जितनी कम पियेंगे, उतना ही कैंसर
का खतरा कम होगा। यह जानने के लिए शोध किए जा रहे हैं कि शराब पीने से कैंसर क्यों होता है,
लेकिन एक थ्योरी यह है कि एलकोहल सीधे हमारे डीएनए को नुकसान पहुंचाता है। कई रिसर्च में पाया
गया है कि शराब के साथ सिगेरट पीने से खतरा और भी बढ़ जाता है। वहीं, एलकोहल वाले ड्रिंक में
कैलरी भी बहुत ज्यादा होती है। यदि आप वजन कम करना चाहते हैं, तो भी शराब छोड़ना ही समझदारी
है।
जंक फूड
चॉकलेट, चिप्स, बिस्किट, बर्गर जैसे ज्यादा कैलरी वाले फास्ट फूड। कोल्ड ड्रिंक, एनर्जी ड्रिंक, ज्यादा
मीठे वाले मिल्क शेक। यह सारी ऐसी चीजे हैं जिन्हें लोग जितने चाव से खाते हैं, ये वजन भी उतनी ही
तेजी से बढ़ाती हैं। वजन बढ़ने के साथ ही बढ़ता है कैंसर समेत कई बीमारियों का खतरा। ये चीजें
सिगरेट-शराब की तरह सीधे कैंसर का कारण नहीं, लेकिन इनके कारण जब कोई मोटापे का शिकार
बनता है, तो समस्या आती है। विशेषज्ञों का तो यहां तक कहना है कि फलों के रस में भी शक्कर की
मात्रा काफी ज्यादा होती है, इसलिए दिन में एक गिलास से ज्यादा जूस नहीं लेना चाहिए। जब भी कुछ
पीना हो, तो पानी या बिना शक्कर की चाय ले सकते हैं।
सिगरेट
कैंसर के खतरे से बचने के लिए सबसे जरूरी है सिगरेट-बीड़ी छोड़ना। दुनियाभर में कैंसर का सबसे बड़ा
कारण स्मोकिंग है। 90 फीसदी मामलों में यह फेफड़ों के कैंसर का कारण बनती है। विशेषज्ञों का मानना
है कि सिगरेट-बीड़ी का धुआं व इसमें मौजूद रासायन हमारे फेफड़ों की लाइनिंग को नष्ट कर देते हैं।
शुरुआत में हमारा शरीर इस नुकसान को खुद रिपेयर कर लेता है, लेकिन स्मोकिंग जारी रहे तो यह
नुकसान इतना बढ़ जाता है कि उसे ठीक नहीं किया जा सकता। स्मोकिंग से मुंह, होंठों, गले, ब्लैडर,
किडनी, लिवर और पेट का कैंसर भी हो सकता है। इसे छोड़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। जितना
जल्द छोड़ेंगे उतना नुकसान कम होगा।