गुरुग्राम। सेक्टर-14 निवासी एक कारोबारी से उनके बेटे का अपहरण करने की
धमकी देकर एक करोड़ रुपये मांगने के आरोपितों को क्राइम ब्रांच सेक्टर-17 की टीम ने गिरफ्तार कर
लिया। मुख्य आरोपित को सेक्टर-14 मार्केट के नजदीक से बृहस्पतिवार सुबह लगभग छह बजे जबकि
सहयोगी को इफको चौक के नजदीक से बुधवार-बृहस्पतिवार की रात लगभग दो बजे गिरफ्तार किया
गया। मुख्य आरोपित की पहचान गुरुग्राम गांव में किराये पर रहने वाली मूल रूप से मथुरा जिले के गांव
माट निवासी नसरीन उर्फ फिजा खान (20) के रूप में जबकि सहयोगी की पहचान दिल्ली के सीमापुरी
इलाके में किराये पर रहने वाले मूल रूप से उत्तरप्रदेश के संभल जिले के गांव सुल्तानगढ़ निवासी
मुस्तकिम खान (33) के रूप में की गई है।
पुलिस को दी शिकायत के मुताबिक कारोबारी के मोबाइल पर 8 जुलाई को किसी ने कॉल किया कि
फिजा खान नामक लड़की ने उनके बेटे का अपहरण करने के लिए बोला है। साथ ही यह भी कहा कि
एक करोड़ रुपये दे दे वरना अपहरण कर लिया जाएगा। शिकायत मिलते ही स्थानीय थाना पुलिस के
साथ ही क्राइम ब्रांच सेक्टर-17 की टीम जांच में जुट गई। शिकायतकर्ता के घर के आसपास सिविल
कपड़ों में पुलिसकर्मी तैनात किए गए।
बुधवार-बृहस्पतिवार की रात लगभग डेढ़ बजे क्राइम ब्रांच प्रभारी नरेंद्र चौहान को सूचना मिली कि मामले
में शामिल एक आरोपित इफको चौक पर किसी का इंतजार कर रहा है। टीम पहुंची और उसे गिरफ्तार
कर लिया। उसकी पहचान मुस्तकिम के रूप में की गई। उससे पूछताछ में पता चला कि फिजा खान
सुबह लगभग छह बजे सेक्टर-14 मार्केट के नजदीक पहुंचेगी। इसके बाद दोनों मिलकर पीड़ित के घर की
रेकी करेंगे ताकि वारदात को आसानी से अंजाम दिया जा सके। इसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम सक्रिय
हो गई। जैसे ही फिजा खान पहुंची उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ में साफ हुआ कि फिजा खान ने मुस्तकिम को शिकायतकर्ता से एक करोड़ रुपये ऐंठने के लिए
योजना में शामिल किया था। मुस्तकिम का नंबर किसी अन्य माध्यम से लेकर एक करोड़ रुपये में से
20 लाख रुपये देने का लालच दिया था। यह भी जानकारी सामने आई है कि फिजा खान अपने परिवार
के साथ कई वर्षों से गुरुग्राम में ही रह रही है। स्कूल की पढ़ाई करने के बाद उसने गुरुग्राम के ही एक
नामी संस्थान से नर्सिंग का कोर्स किया। कोर्स करने के बाद जरूरतमंदों के यहां नर्सिंग का काम करने
लगी।
लगभग 10 महीने पहले फिजा खान ने शिकायतकर्ता के घर उनकी मां की सेवा के लिए 25 दिन काम
किया था। काम करने के दौरान उसे पता चला कि शिकायतकर्ता के पास काफी पैसा है। एक करोड़ रुपये
की राशि बेटे के अपहरण का भय दिखाकर ऐंठी जा सकती है। वह डॉक्टर बनना चाहती थी लेकिन इसके
लिए मोटी रकम की आवश्यकता थी।
फिजा खान अपने 9 भाई-बहनों में 5वें नंबर पर है। सहयोगी आरोपित मुस्तकिम सीमापुरी दिल्ली में
रहकर जूस की रेहड़ी लगाता है। वह ज्यादा पैसा कमाने के लालच में इस योजना में शामिल हो गया।
पुलिस प्रवक्ता सुभाष बोकन ने बताया कि आरोपित से वारदात में इस्तेमाल मोबाइल भी बरामद कर
लिया गया। दोनों को बृहस्पतिवार दोपहर बाद अदालत में पेश किया गया, जहां से न्यायिक हिरासत में
भोंडसी जेल भेज दिया गया।