लंदन। आठ बार के विंबलडन एकल चैंपियन रोजर फेडरर ने जीत के साथ एक
और उपलब्धि हासिल की जबकि सभी प्रबल दावेदार अधिक पसीना बहाए बिना इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के
अंतिम 16 में जगह बनाने में सफल रहे। फेडरर ने शनिवार को फ्रांस के लुकास पाउली को 7-5 6-2 7-
6 से हराकर ग्रैंडस्लैम में 350वीं जीत दर्ज की। उन्होंने 17वीं बार विंबलडन के चौथे दौर में जगह बनाई
है। अगले दौर में इटली के मातियो बेरेटिनी से भिड़ने वाले फेडरर ने अपने ग्रैंडस्लैम रिकार्ड के संदर्भ में
कहा, ‘‘यह उपलब्धि हासिल करना अच्छा है। मैंने ग्रैंडस्लैम में खेलने का लुत्फ उठाया है। इतने मैच
जीतना अच्छा है।’’ फेडरर के चिर प्रतिद्वंद्वी और दो बार के विंबलडन चैंपियन स्पेन के रफेल नडाल ने
भी फ्रांस के जो विल्फ्रेड सोंगा के खिलाफ 6-2 6-3 6-2 की जीत के साथ अंतिम 16 में जगह बनाई।
नडाल अगले दौर में पुर्तगाल के जाओ सोसा से जिन्होंने डेन इवान्स को पांच सेट में हराकर पुरुष एकल
में ब्रिटेन की उम्मीदें खत्म की। जापान के केई निशिकोरी ने एई सुगियामा के विम्बलडन में अंतिम 16
में जगह बनाने के रिकार्ड की बराबरी की। उन्होंने अमेरिका के स्टीव जानसन को 6-4 6-3 6-2 से
शिकस्त दी। अमेरिका के सैम कुरे ने तीसरे दौर के मुकाबले में आस्ट्रेलिया के जान विलमैन को 7-6 7-
6 6-3 से हराया। महिला एकल में दुनिया की नंबर एक एश्ले बार्टी ने पहली बार चौथे दौर में जगह
बनायी जबकि सात बार की चैम्पियन सेरेना विलियम्स 16वीं बार अंतिम 16 में पहुंची। बार्टी ने ब्रिटिश
वाइल्ड कार्डधारक हैरियट डार्ट को 6-1 6-1 से शिकस्त दी जबकि सात बार की चैम्पियन सेरेना ने
शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए जर्मनी के जूलिया जार्जेस को 6-3 6-4 से पराजित किया। बार्टी
आस्ट्रेलिया की ओर से इवोने गूलागोंग कावले के बाद पहली विम्बलडन महिला चैम्पियन बनने की
कोशिश में जुटी हैं। इवोने ने 1980 में दूसरा खिताब जीता था। अब वह अंतिम आठ में जगह बनाने के
लिये अमेरिका की गैर वरीय एलिसन रिस्के से भिड़ेंगी। वह 2010 के बाद दूसरे हफ्ते में प्रवेश करने
वाली पहली आस्ट्रेलियाई महिला भी हैं। वहीं 16वीं बार चौथे दौर में पहुंचने वाली सेरेना का सामना
क्वार्टरफाइनल में जगह बनाने के लिये स्पेन की कार्ला सुआरेज नवारो से होगा। आठवीं वरीयत प्राप्त
सेरेना मार्गरेट कोर्ट के सर्वकालिक 24 ग्रैंडस्लैम खिताब की बराबरी करने की कोशिश में जुटी हैं। दो बार
की चैम्पियन पेत्रा क्वितोवा पांच साल में पहली बार अंतिम 16 में पहुंची। पिछली बार उन्होंने 2014 में
ऐसा किया था और अपना दूसरा खिताब जीता था। चेक गणराज्य की छठी वरीयता प्राप्त क्वितोवा ने
पोलैंड की मोग्दा लिनेटे को 6-3 6-2 से पराजित किया।