लंदन। जीवन के विभिन्न चरणों में दूध और डेयरी उत्पादों के पर्याप्त सेवन से कई
पुरानी व गंभीर बीमारियों को रोकने में मदद मिल सकती है। एक अध्ययन के अनुसार यह जानकारी
सामने आयी है। शोधकर्ताओं ने कहा कि गर्भावस्था के दौरान दूध के हल्के सेवन और बच्चों के जन्म के
समय के वजन, लंबाई और हड्डी में खनिज सामग्री के बीच एक सकारात्मक संबंध होता है। उन्होंने कहा
कि बुजुर्ग लोगों में दूध और डेयरी उत्पादों के प्रतिदिन सेवन से कमजोरी और सरकोपेनिया का खतरा
कम हो सकता है। ‘एडवांसेज इन न्यूट्रिशन’ नामक पत्रिका में प्रकाशित यह अध्ययन विभिन्न स्पेनिश,
यूरोपीय और अमेरिकी विश्वविद्यालयों के वैज्ञानिकों द्वारा किया गया है। यूनिवर्सिटी ऑफ ग्रेनाडा
(यूजीआर) के प्रोफेसर एंजल गिल और कॉम्प्लुटेंस यूनिवर्सिटी ऑफ मैड्रिड के रोजा एम ओर्टेगा ने इसका
समन्वय किया है। इस अध्ययन में लोगों के स्वास्थ्य और पुरानी व गंभीर बीमारियों (हृदय संबंधी
बीमारी, कैंसर, मधुमेह इत्यादि) की रोकथाम में डेयरी उत्पादों के योगदान पर विश्वभर की वैज्ञानिक शोध
सामग्री की समीक्षा की गई है। उल्लेखनीय है कि दूध और डेयरी उत्पादों में कई पोषक तत्व होते हैं और
पोषण के लिए आवश्यक प्रोटीन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटेशियम, जिंक, सेलेनियम,
विटामिन ए, राइबोफ्लेविन, विटामिन बी12 और पैंटोथेनिक एसिड की कमी को पूरा करने में मदद करता
है।