नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने संयुक्त राष्ट्र के एशिया प्रशांत समूह के
55 सदस्य देशों के सर्वसम्मति से वर्ष 2020-21 के लिए भारत को सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य के
रुप में समर्थन को देश के लिए गर्व का विषय बताया है। एशिया-प्रशांत समूह के सभी 55 देशों ने
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में दो साल के कार्यकाल के लिए भारत की गैर-स्थायी सीट की उम्मीदवारी
का समर्थन किया था जिसे भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत माना जा रहा है।
श्री नायडू ने गुरुवार को ट्वीट करके कहा कि देश के लिए गर्व का विषय है कि संयुक्त राष्ट्र के एशिया
प्रशांत समूह के 55 सदस्य देशों ने सर्वसम्मति से 2021..22 के लिए सुरक्षा परिषद के अस्थयी सदस्य
के रुप में भारत का समर्थन किया है। यह अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा, शांतिपूर्ण,न्याय-
सम्मत,मानवतावादी वैश्विक व्यवस्था के लिए भारत के सतत प्रयासों की स्वीकृति है। उन्होंने कहा “
मुझे विश्वास है कि संयुक्त राष्ट्र के सुधार के लिए हमारे प्रयासों को भविष्य में और अधिक वैश्विक
समर्थन मिलेगा। भारत शीघ्र ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य के रुप में अंतरराष्ट्रीय
समुदाय में अपना अभीष्ट स्थान प्राप्त करेगा।”
भारत के लिए 55 देशों की तरफ से अस्थायी सदस्यता का समर्थन किए जाने पर परिषद में देश के
स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने कहा था कि एशिया-प्रशांत के सभी देशों ने वर्ष 2021-2022 के
लिए भारत की गैर स्थायी सीट का सर्वसम्मति से समर्थन किया है। श्री अकबरुद्दीन ने इसके लिए इन
देशों के प्रति आभार व्यक्त भी किया था। उन्होंने ट्वीट करके कहा था,“समर्थन में आगे आने के लिए
सभी 55 देशों का बहुत-बहुत धन्यवाद।”