वॉशिंगटन। चीन ने थियानमेन चौक नरसंहार की घटना पर अमेरिका के विदेश मंत्री
माइक पोम्पिओ की प्रतिक्रिया की आलोचना करते हुए कहा कि अमेरिका उसकी प्रणाली पर हमला कर
रहा है और उसकी नीतियों को बदनाम कर रहा है। वॉशिंगटन में चीन के दूतावास के एक प्रवक्ता ने
यहां एक बयान में कहा कि जो कोई भी ‘‘चीनी लोगों को परेशान करने की’’ कोशिश करेगा ‘‘वह राख हो
जाएगा।’’ प्रवक्ता ने कहा कि पोम्पिओ ने ‘‘मानवाधिकारों की आड़ में’’ जो बयान दिया है, वह चीन के
आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप है, उसकी प्रणाली पर हमला है और उसकी घरेलू एवं विदेशी नीतियों को
बदनाम करता है। उन्होंने कहा, ‘‘यह चीनी लोगों का अपमान है और अंतरराष्ट्रीय संबंधों को चलाने वाले
मूलभूत नियमों और अंतरराष्ट्रीय कानून का गंभीर उल्लंघन है।’’ पोम्पिओ ने थियानमेन चौक नरसंहार
के 30 साल पूरे होने के अवसर पर कहा था, ‘‘हम चीन सरकार से अपील करते हैं कि वह मारे गए या
लापता लोगों के संबंध में पूरी सार्वजनिक जवाबदेही दे ताकि इतिहास के उस काले अध्याय के पीड़ितों
को ढाढ़स बंध सके। इस प्रकार का कदम मानवाधिकारों और मौलिक स्वतंत्रता के प्रति सम्मान की
कम्युनिस्ट पार्टी की इच्छा को दर्शाएगा।’’ ऐसा बताया जाता है कि कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चीन के विरोध
और लोकतंत्र के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे लोगों के खिलाफ चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की
कार्रवाई में चार जून 1989 को बीजिंग के थियानमेन चौक में और उसके आस पास सैकड़ों प्रदर्शनकारी
मारे गए थे।