मुंबई। अभिनेत्री तापसी पन्नू का कहना है कि कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न के खिलाफ
आवाज उठाने को बंद नहीं किया जाना चाहिए और हैशटैग मीटू मूवमेंट को जारी रखना चाहिए।
तापसी का यह बयान निर्देशक विकास बहल को क्लीन चिट दिए जाने के ठीक दो दिन बाद आया।
फैंटम फिल्म्स की एक पूर्व कर्मचारी ने विकास पर यौन दुराचार का आरोप लगाया था। हालांकि अब
क्लीन चिट मिल जाने से उन्हें या उनकी फिल्म ‘सुपर 30′ को कोई परेशानी नहीं है और अब फिल्म के
ट्रेलर में भी उनके नाम को बतौर निर्देशक के तौर पर दिखाया जाएगा। अभिनेता आलोक नाथ पर भी
एक लेखिका-निर्देशिका ने दुष्कर्म का आरोप लगाया था और हाल ही में आलोक नाथ फिल्म ‘दे दे प्यार
दे’ में नजर आए।
जब तापसी से पूछा गया कि वह इन सारी चीजों को किस तरह से देखती हैं तो इस सवाल पर तापसी
ने बताया, “यदि कोई व्यक्ति यौन उत्पीड़न का आरोपी है और उसे सजा नहीं मिलती है तो स्वाभाविक
रूप से इस आंदोलन का जो मूल उद्देश्य है वह पूरा नहीं हो पाता है और इसके साथ ही वह महिला भी
अंदर से टूट जाती है जो अपने यौन दुराचार की कहानी को लोगों के सामने रखने का साहस जुटाया।”
तापसी ने यह भी कहा, “हालांकि, इससे उन लड़कियों को अपनी आवाज उठाने से रूकना नहीं चाहिए
जिनके साथ इस तरह की घटनाएं हुईं हैं..क्योंकि लड़कियां सदियों से चुप ही रहीं हैं।”
तापसी का यह भी कहना है कि बाधाएं आती रहेंगी, लेकिन हार मानने से काम नहीं चलेगा। चूंकि यह
एक बदलाव का समय है इसलिए कठिनाई तो आएंगी ही, लेकिन अगर हम इसे जारी नहीं रख पाएंगे तो
आने वाले समय में बदलाव को नहीं लाया जा सकेगा।