बेंगलुरु,। शहर स्थित भारतीय वायु सेना के प्रशिक्षण कमांड मुख्यालय में एयर मार्शल
टीडी जोसेफ ने मंगलवार को वरिष्ठ एयर स्टाफ अधिकारी के रूप में पदभार ग्रहण किया। जोसेफ को
दिसंबर 1982 में भारतीय वायु सेना में लड़ाकू पायलट के रूप में नियुक्त किया गया था। वह पायलटों
के अपने बैच में ऑर्डर ऑफ मेरिट में पहले स्थान पर रहने के चलते राष्ट्रपति पट्टिका के विजेता हैं।
उन्होंने विभिन्न लड़ाकू और ट्रेनर विमानों पर 3800 से अधिक घंटे उड़ान भरी है। वह 'ए' श्रेणी के योग्य
फ्लाइंग प्रशिक्षक रहे हैं। वे पूर्वी सेक्टर में फाइटर स्क्वाड्रन, चेन्नई में फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर्स स्कूल और
पश्चिमी क्षेत्र में एक प्रमुख एयर बेस की कमान भी संभाल चुके हैं। एयर वाइस मार्शल के रूप में वह
दक्षिण पश्चिमी क्षेत्र और पूर्वी क्षेत्र में वायु रक्षा कमांडर भी रह चुके हैं।
वर्तमान असाइनमेंट से पहले वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध राष्ट्रीय रक्षा कॉलेज, नई दिल्ली में
वरिष्ठ फेकल्टी थे। राष्ट्र के लिए उनकी विशिष्ट सेवा के लिए उन्हें 2003 में वायु सेना पदक और
2010 में विशिष्ट सेवा पदक के राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उन्होंने वायु शक्ति और
राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों पर कई लेख लिख चुके हैं। एक किताब 'विनिंग इंडियाज नेक्स्ट वॉर- रोल ऑफ
एयरस्पेस' के लेखक भी हैं। वह नेशनल डिफेंस अकादमी-पुणे, डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज-वेलिंगटन,
रॉयल कॉलेज ऑफ डिफेंस स्टडीज-लंदन और किंग्स कॉलेज, लंदन के पूर्व छात्र भी हैं। जोसेफ का जन्म
केरल के कोट्टायम जिले के अयारकुन्नम गांव में एक किसान परिवार में पुलिकुनेल पीटी देवासिया और
रोसमम्मा देवासिया के यहां हुआ था। उन्होंने लोयला स्कूल त्रिवेंद्रम और मेयो कॉलेज, अजमेर में पढ़ाई
की थी। उन्होंने सोफी से शादी की है और उनके दो बेटे हैं।