नई दिल्ली। मध्य जिले के जामा मस्जिद से अपहृत साढ़े तीन साल के बच्चे को पुलिस ने सुरक्षित बरामद कर लिया है। बच्चा अपने परिजनों के साथ जामा मस्जिद इलाके में आया था और वहां से गायब हो गया। जामा मस्जिद थाना पुलिस व जिले की स्पेशल स्टाफ की संयुक्त टीम ने शक के आधार पर आरोपित पर दवाब बनाया। अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए आरोपित बच्चे को जामा मस्जिद इलाके में छोड़कर फरार हो गया। पुलिस ने बच्चे को सकुशल उसके परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस के अनुसार संगम पार्क राणा प्रताप बाग निवासी इकराम मलिक ने 31 मार्च को अपने साढ़े तीन साल के बेटे के जामा मस्जिद मेट्रो स्टेशन से अपहृत होने की शिकायत थाने में की। बच्चा अपने परिजनों के साथ मीना बाजार में आया था। जामा मस्जिद थाना प्रभारी करण के नेतृत्व में पुलिस टीम ने जांच शुरू की। पुलिस ने बच्चे के फोटों को जिपनेट पर डालने के साथ साथ उसका पोस्टर बनाकर सभी जगहों पर चस्पा किया गया। साथ ही लाउडस्पीकर से बच्चे के बारे में प्रचार किया गया। इसके अलावा जिले के स्पेशल स्टाफ निरीक्षक ललित कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे की जांच शुरू की। सीसीटीवी फुटेज में पुलिस ने एक महिला को बच्चे के साथ देखा गया। महिला बच्चे को लेकर एक रिक्शे से जा रही थी। काफी प्रयास के बाद पुलिस ने महिला को ले जाने वाले रिक्शा चालक की पहचान कर उससे पूछताछ की। रिक्शा चालक ने बताया कि महिला को लेकर वह तुर्कमान गेट गया था जहां से महिला ऑटो पर बैठकर सीलमपुर चली गई। पुलिस ने तुर्कमान गेट के पास लगे सीसीटीवी कैमरे की जांच की। फुटेज धुंधला होने की वजह से ऑटो की पहचान नहीं हो पा रही थी। तीन सौ ऑटो चालकों से पूछताछ के दौरान उस ऑटो चालक की पहचान हो गई जो महिला को लेकर सीलमपुर गया था। उसने बताया कि महिला को बुलंद मस्जिद के पास छोड़ा था। पुलिस ने सीलमपुर में बच्चे के पोस्टर लगाए और लोगों को बच्चे के बारे में बताया। अपने पर दवाब बढ़ता देख चार अप्रैल को आरोपित बच्चे को जामा मस्जिद के पास छोड़कर फरार हो गया। पुलिस ने बच्चे को सकुशल बरामद कर उसे परिजनों को सौंप दिया। पुलिस फरार आरोपित की पहचान करने में जुटी है।