शिकागो। अमेरिका के तीसरे बड़े महानगर शिकागो में निर्धन और राजनीतिक पचड़ों से दूर पेशे से वक़ील 56 वर्षीय गे लॉरी लाइटफ़ुट ने पहली बार मेयर के चुनाव में बाज़ी मारकर इतिहास रच दिया। डेमोक्रेटिक पार्टी बहुल शिकागो की 32 लाख लोगों ने यह सोचा भी नहीं होगा कि पिछली मई में किसी राजनैतिक चुनाव अभियान में शरीक लारी लाइटफ़ुट ने एक मंजी हुई अश्वेत डेमोक्रेट टोनी परिंकलेट को सभी 50 वार्डों में एकतरफ़ा जीत से परास्त किया। टोनी को मात्र 26 फीसदी मत मिले। लॉरी 20 मई को 56वें मेयर के रूप में शपथ लेंगी। इससे पूर्व रहम एमेनुएल दो बार मेयर पद पर रह चुके हैं। डेमोक्रेट टोनी परिकलेंट अपने 28 वर्षों के राजनैतिक जीवन में अनेक पदों पर रह चुकी थी। असल में शिकागो की जनता राजनैतिक प्रपंचों से तंग आ चुकी थी।मंगलवार को लॉरी लाइटफ़ुट ने हिल्टन शिकागो होटल में भारी जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि इस बदलाव के लिए वह अभिभूत हैं। उन्होंने बताया कि उनके माता -पिता ने एक मज़दूर होते हुए उन्हें भरपूर शिक्षा दिलाई और हमेशा ईमानदारी तथा अथक परिश्रम पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि शिकागो में नस्लीय भेदभाव में कमी लाना और आर्थिक तंगी से इस तीसरे बड़े शहर को मुक्ति दिलाना है। शिकागो के सम्मुख अपने कर्मचारियों को पेंशन दिया जाना एक बड़ी चुनौती है। शिकागो निगम को पहले से भारी करों के बावजूद एक अरब डालर की दरकार है। उल्लेखनीय है कि लॉरी से पूर्व केवल एक बार श्वेत महिला डी़ वारने मेयर 1979 से 1983 तक मेयर रही हैं।शिकागो एक आपराधिक नगरी के रूप में विख्यात है। पिछले साल 2018 में 550 हत्याएं हुई हैं, जो न्यू यार्क और लॉस एंजेल्स से भी दोगुना हैं, हालाँकि आपराधिक हत्याओं में कमी आई है। लॉरी से पूर्व हेरल्ड वाशिंगटन 1983 में पहले अश्वेत मेयर बने थे।