वाशिंगटन। वेनेज़ुएला में सत्ता संघर्ष की जद्दोजहद में देश में राष्ट्रपति चुनाव की मांग के लिए विपक्ष के नेता और स्वयंभू राष्ट्रपति ज़ुआन गुइडो ने सोमवार को एक नाटकीय मोड़ में वाशिंगटन और न्यू यार्क स्थित वेनेजुएला दूतावास के तीन भवनों पर क़ब्ज़ा कर लिया। इन भवनों पर वेनेज़ुएला स्थित राष्ट्रपति निकोलस मदुरो सरकार का आधिपत्य था। अमेरिका, कनाडा और लेटिन अमेरिका सहित दो दर्जन से अधिक देशों ने गुइडो का समर्थन किया है।
उल्लेखनीय है कि पिछले साल राष्ट्रपति चुनाव में बड़े स्तर पर धांधली हुई थी। देश की ख़स्ता आर्थिक स्थिति के मद्देनज़र देश के अंदर और विदेश में वेनेज़ुएला के राष्ट्रपति निकोलस मदुरो के ख़िलाफ़ आंदोलन तेज़ हो गए हैं। नेशनल असेंबली के अध्यक्ष और विपक्ष के नेता ज़ुआन गुइडो के विश्वस्त मिलिट्री अटेची कार्लोस वेच्छिनो ने कहा है कि वाशिंगटन के दो मिलिट्री सुविधाओं सहित न्यू यॉर्क के कंसलेट को अधिकार क्षेत्र में ले लिया गया है। इस घटना की मदुरो के विदेश मंत्री जार्ज अर्राज ने निंदा की है और इसे ज़बरन क़ब्ज़ा बताया है, जो विदेशी संबंधों के लिए विएना कन्वेंशन के विरुद्ध है। उन्होंने अमेरिकी प्रशासन को भी इस ज़बरन क़ब्ज़े पर कड़ा विरोध जताया है।