नई दिल्ली। भारत-पाकिस्तान में तनाव के बीच जापान और जर्मनी ने दोनों देशों से संयम बरतने का आग्रह किया है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि स्थिति और खराब नहीं हो। इसके साथ ही दोनों देशों ने पाकिस्तान से कहा कि वह आतंकवाद से मुकाबला करने के लिए सख्त कदम उठाए।
जर्मनी के विदेश मंत्री हेइको मास ने एक बयान में कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए हर प्रयास किया जाना चाहिए कि पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन अपने नापाक हरकतों को अंजाम नहीं दे सकें। उन्होंने यह भी कहा कि एक बार साक्ष्य पेश कर दिए गए तो कश्मीर में हुए भीषण हमले के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कश्मीर की स्थिति वैसी नहीं है जैसी हम चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि अब यह पाकिस्तान और भारत दोनों पर है कि दोनों एहतियात बरतें ताकि उनके बीच टकराव नहीं हो। इस बीच जापानी विदेश मंत्री तारो कोनो ने कहा कि उनका देश 14 फरवरी, 2019 के आतंकवादी हमले की कड़ी निदा करता है, जिसकी जिम्मेदारी इस्लामिक चरमपंथी समूह जैश-ए-मोहम्मद ने ली।
उन्होंने एक बयान में कहा कि उनका देश कश्मीर में बिगड़ते हालात को लेकर चितित है। उन्होंने कहा कि उनका देश पाकिस्तान से आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए कड़े कदम उठाने का आग्रह करता है। कोनो ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर जापान ने दोनों देशों से संयम बरतने और स्थिति को बातचीत के माध्यम से स्थिर बनाने का आग्रह किया है।