अयोध्या। राम मंदिर के मुद्दे पर बढ़ते विवाद में बुधवार को निर्मोही अखाड़ा सरपंच भी शामिल हो गए। उन्होंने विश्व हिंदू परिषद पर आरोप लगाया है कि अयोध्या में राम मंदिर बनाने के लिए जमा की गई धनराशि में 1,400 करोड़ रुपये की वित्तीय गड़बड़ी की है। निर्मोही अखाड़ा ने मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में दायर नरेंद्र मोदी सरकार की नई याचिका पर भी सवाल उठाए हैं। बता दें कि मंगलवार को नरेंद्र मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करके अयोध्या की 1993 में अधिग्रहित की गई 67.703 एकड़ जमीन में से विवादित जमीन के अलावा बाकि की जमीन वापस करने की अनुमति मांगी है।
इसी याचिका को लेकर सरकार की मंशा पर निर्मोही अखाड़ा ने सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने राम मंदिर के निर्माण में बीजेपी से जुड़े वीएचपी की भूमिका पर भी आशंका जताई है। अति संवेदनशील और विवादास्पद राम मंदिर विवाद मुद्दे में सरकार की नई याचिका दर्ज होने से एक नया मोड़ आ गया है। एक ओर निर्मोही अखाड़ा विहिप पर मंदिर बनाने की धनराशि में गड़बड़ी का आरोप लगा रहा है दूसरी ओर सरकार भी विवादित जमीन से अलग अधिग्रहित की जमीन वापस करने की अनुमति मांग रही है।
इसके अलावा निर्मोही अखाड़े का कहना है कि सरकार भी विहिप के साथ मिली है इस कारण जमीन वापस करने की मांग कर रही है। उन्होंने सरकार से कहा है कि वो जल्द इस पर अपनी मंशा साफ करें वरना निर्मोही अखाड़ा इसके खिलाफ कोर्ट जाने के लिए तैयार हैं। अखाड़े ने आशंका जताई है कि मंदिर का निर्माण भी सरकार विहिप को दिलवा सकती है।