सिडनी। आस्ट्रेलिया ने सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर जारी चौथे और अंतिम टेस्ट मैच में शुक्रवार को दूसरे दिन भारत के खिलाफ अपनी पहली पारी में स्टम्प्स तक बिना कोई विकेट गंवाए 24 रन बनाए हैं। आस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज मार्कस हैरिस 19 रन बनाकर और उस्मान ख्वाजा पांच रन बनाकर नाबाद हैं। इससे पहले भारत ने चेतेश्वर पुजारा (193) और ऋषभ पंत (नाबाद 159) के शतकों से शुक्रवार को अपनी पहली पारी सात विकेट के नुकसान पर 622 रनों का विशाल स्कोर बनाकर घोषित कर दी। यह भारतीय टीम द्वारा सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर बनाया गया दूसरे सबसे बड़ा स्कोर है।
भारतीय टीम ने इससे पहले 2004 में इसी मैदान पर सात विकेट पर 705 रन बनाकर अपनी पारी घोषित की थी। इस पारी में भारत के लिए पुजारा और पंत के अलावा, मयंक अग्रवाल ने 77 और रवींद्र जडेजा ने 81 रनों का अहम योगदान दिया। पिछले दिन के स्कोर चार विकेट पर 303 रनों से आगे खेलने उतरी भारतीय टीम ने शुक्रवार को पहले सत्र में एक विकेट गंवाकर 389 रन बनाए। टीम का पांचवां विकेट हनुमा विहारी (42) के रूप में गिरा। वह नाथन लॉयन की गेंद पर मार्नस लाबुसचाग्ने के हाथों लपके गए। इसके बाद भारतीय टीम ने दूसरे सत्र में एक अन्य विकेट गंवाकर 491 रनों का मजबूत स्कोर खड़ा किया। मेहमान टीम का छठा विकेट पुजारा के रूप में गिरा। वह अपना दोहरा शतक लगाने से चूक गए। पुजारा को 418 के स्कोर पर ल्योन ने ही अपनी गेंद पर कैच आउट कर पवेलियन भेजा। पंत ने इसके बाद, जडेजा के साथ मिलकर दूसरे सत्र की समाप्ति कर कोई और विकेट गंवाए बगैर टीम को 491 के स्कोर तक पहुंचाया।
इसके बाद, तीसरे सत्र में पंत ने जडेजा के साथ 204 रनों की दोहरी शतकीय साझेदारी की और टीम को 622 के विशाल स्कोर तक पहुंचाया। इसी स्कोर पर जडेजा का विकेट गिरा। उन्हें नाथन ने बोल्ड कर पवेलियन भेजा। इसके साथ ही भारतीय टीम की पहली पारी को इसी स्कोर पर घोषित कर दिया गया। पंत ने नाबाद रहते हुए 189 गेंदें खेली और 15 चौके एवं एक छक्का लगाया, वहीं जडेजा ने 114 गेंदें खेलते हुए सात चौके और एक छक्का लगाया। जडेजा और पंत द्वारा सातवें विकेट के लिए की गई 204 रनों की साझेदारी दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी है। इस सूची में पूर्व भारतीय बल्लेबाजों वीवीएस लक्ष्मण और अजय रात्रा द्वारा वेस्टइंडीज के खिलाफ 2002 में सातवें विकेट के लिए की गई 217 रनों की साझेदारी पहले स्थान पर है।
इसके अलावा पंत की पारी किसी एशियाई विकेटकीपर द्वारा उप-महाद्वीप के बाहर बनाई गई सबसे बड़ी पारी है। इससे पहले पिछले साल 2017 में वेलिंग्टन में बांग्लादेश के विकेटकीपर मुश्फिकुर रहीम ने 159 रनों की पारी ही खेली थी। लेकिन वह आउट हुए थे और पंत इसी पारी पर नाबाद लौटे। भारतीय बल्लेबाज पुजारा ने इस सीरीज में अब तक कुल 1258 गेंदों का सामना किया है। वह किसी टेस्ट सीरीज में सबसे अधिक गेंदों का सामना करने वाले बल्लेबाजों में चौथे स्थान पर हैं और भारत के दूसरे बल्लेबाज हैं। इस सूची में वेस्टइंडीज के दिग्गज रिची रिचर्डसन पहले स्थान पर हैं। उन्होंने 1358 गेंदों का सामना किया है।
भारत के राहुल द्रविड़ इस सूची में दूसरे स्थान पर हैं। उन्होंने एक सीरीज में कुल 1336 गेंदों का सामना किया था। इंग्लैंड के एलिस्टर कुक एक सीरीज में 1285 गेंदों का सामना करते हुए तीसरे स्थान पर हैं। पुजारा के पास आखिरी टेस्ट मैच में भारत की दूसरी पारी के रूप में इस रिकॉर्ड को तोड़ने का मौका है। आस्ट्रेलिया के लिए इस पारी में नाथन ने सबसे अधिक चार विकेट लिए, वहीं जोश हेजलवुड को दो विकेट हासिल हुए। मिशेल स्टॉर्क को एक सफलता हाथ लगी।