नई दिल्ली। राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने सदन के संचालन को लेकर कुछ सदस्यों के मीडिया में दिये गये साक्षात्कार पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुये गुरूवार को कहा कि सभी पक्षों को सदन में संचालन में सहयोग देना चाहिए। श्री नायडू ने सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कहा कि कुछ सदस्यों ने सदन के संचालन को लेकर साक्षात्कार दिये हैं और उसमें सभापीठ पर कुछ नहीं करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सदन में हंगामा करने के कारण बुधवार को कुछ सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई की गयी जिसका उन्हें बेहद दुख है और सभापीठ पर दोषारोपण उचित नहीं है। सभापति ने कहा कि सदस्य नियमों के तहत अपनी बात उठा सकते हैं। उन्होंने सदन के संचालन को लेकर सदन के नेता , विपक्ष के नेता और सदस्यों से व्यक्तिगत रूप से भी बातचीत की है लेकिन पांच छह सदस्य सदन के बीच में आ जाते हैं जिसके कारण कार्यवाही स्थगित करनी पड़ती है। सदन में छूट्टी घोषित करने पर सभी पक्ष सहमत होते हैं लेेकिन सुचारू संचालन पर यह सहमति नहीं बन पाती है। चालू सत्र में केवल तीन दिन बचे हैं और इस दौरान आपसी सहमति से कई विधेयकों को पारित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में आरोप प्रत्यारोप होता है लेकिन सदन का संचालन सभी पक्षों के सहयोग से ही हो सकता है। पिछले 14 दिनों से सदन में जो कुछ हुअा है उससे सकारात्मक संदेश नहीं जा रहा है।