वाशिंगटन। अमेरिकी सिनेटर एलिज़ाबेथ वारेन (मैसाचुटेस) ने सोमवार को राष्ट्रपति चुनाव –2020 में डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। सीनेट में पार्टी की तेज़ तर्रार महिला सिनेटर एलिज़ाबेथ वारेन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की नीतियों के सख़्त ख़िलाफ़ हैं। वारेन ने घोषाणा की है कि उन्होंने एक समिति गठित की है, जो चुनाव के सभी पक्षों को ध्यान में रखते हुए व्यवस्थाएँ करेगी। इस समिति के सम्मुख चुनाव के लिए अपेक्षित फ़ंड एकत्र करना भी एक महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी होगी। एलिज़ाबेथ वारेन इस चुनाव में मौजूदा राष्ट्रपति को हरा पाती हैं, तो वह अमेरिका की पहली महिला राष्ट्रपति होंगी। इसके लिए वह अधिकृत तौर पर शीघ्र चुनावी कार्यक्रम की घोषणा करेंगी। एलिज़ाबेथ वारेन हारवर्ड ला स्कूल की प्रोफ़ेसर रही हैं। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प दूसरी अवधि के लिए चुनाव मैदान में उतरने का पहले ही मन बना चुके हैं। 69 वर्षीय एलिज़ाबेथ वारेन मैसाचुटेस से 2013 से सिनेटर हैं। वह राष्ट्रपति चुनाव 2016 के दौरान ट्रम्प की कड़ी आलोचक रही हैं। ट्रम्प की ओर से उनके अमेरिकी मूल के होने पर प्रश्न चिन्ह खड़ा करने के बाद एलिज़ाबेथ वारेन ने अपना डीएनए टेस्ट कराकर उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया था। इधर ट्रम्प ने हाल में ट्वीट किया था कि अगले चुनाव में उनका मुक़ाबला डेमोक्रेटिक उम्मेदवार वारेन से होता है, तो वह एक बार फिर उनके अमेरिकी मूल के होने का प्रश्न उठाएँगे। इधर वारेन ने एक वीडियो जारी कर मध्यम वर्ग को यह संदेश देने की कोशिश की है कि वह कारपोरेट सेक्टर से बँधी होने के कारण इसके हितों की रक्षा के लिए छटपटा रहीं हैं। दूसरी ओर ट्रम्प भी इसी कारपोरेट जगत के हितों को पोषित करने में लगे हुए हैं।