क्षय रोगी की पहचान बताने पर मिलेंगे 500 रुपए

asiakhabar.com | January 1, 2019 | 2:18 pm IST
View Details

गुरुग्राम। क्षय रोग (टीबी) मुक्त हरियाणा बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक ओर नई योजना की शुरुआत की गई है। इसके तहत क्षय (टीबी) रोगी की पहचान बताने वाली आशा वर्कर या सूचना देने वाले व्यक्ति को स्वास्थ्य विभाग की ओर से 500 रुपये प्रति मरीज प्रोत्साहन दिया जाएगा।

इस बाबत स्वास्थ्य मुख्यालय से पिछले हफ्ते जिला स्वास्थ्य विभाग को आदेश दिए हैं, ताकि क्षय रोगियों की जल्द से जल्द पहचान की जा सके। इसके बाद मरीजों का स्वास्थ्य विभाग की ओर से इलाज शुरू किया जा सके। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने काम करना शुरू कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से इससे पहले मरीजों और निजी अस्पतालों के डॉक्टरों को भी प्रोत्साहन दिया जाता था।

डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. विजय कुमार ने बताया कि आशा वर्कर या फिर कोई भी व्यक्ति क्षय रोगी के बारे में जानकारी विभाग को देता है और उसकी जांच में क्षय रोग की पुष्टि हो जाती है तो विभाग की ओर से आशा वर्कर या फिर जानकारी देने वाले को 500 रुपये प्रति मरीज खाते में डाले जाएंगे। वहीं विभाग की ओर से सूचना देने वाले की जानकारी किसी से भी साझा नहीं की जाएगी।

स्वास्थ्य विभाग क्षय रोगियों की पहचान के लिए अभियान भी चलाने की योजना बना रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने इसकी रूपरेखा तैयार कर ली है। इसके तहत बहुद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी घर-घर जाकर सर्वे करेंगे और मरीजों की पहचान करेंगे। इसके बाद मरीजों का सरकारी अस्पताल में पूरा इलाज कराया जाएगा। इसके अलावा केंद्र सरकार की योजना के अनुसार उन सभी मरीजों को 500 रुपये महीना खान-पान के लिए भी दिए जाते हैं।

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार इस साल नए मिले मरीजों में ज्यादातर प्रवासी हैं। यह लोग दूसरे शहरों से यहां आए हुए हैं और गुरुग्राम के स्लम क्षेत्र में रहते हैं। इसीलिए क्षय रोग एक से दूसरे को फैलता है। इसीलिए यह लोग ज्यादा क्षय रोग से ग्रस्त हैं। इलाज शुरू होने के बाद यह लोग कुछ दिनों बाद अपने शहर चले जाते हैं।

डॉ. विजय ने बताया कि दस महीने में मिले सभी मरीजों का इलाज चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग के पास दस महीनों में 2329 नए मरीज आए हैं। इन सभी मरीजों का इलाज विभाग की ओर से कराया जा रहा है। सभी मरीजों को मुफ्त में क्षय रोग की दवा दी जाती है, क्षय रोग का परीक्षण भी मुफ्त होता है। इसके अलावा उनके खान-पान के लिए भी विभाग की ओर से योजना के तहत हर महीने 500 रुपये खाते में जमा करवाए जाते हैं।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *