भोपाल। मध्यप्रदेश में कांग्रेस के नवनिर्वाचित विधायक दल के नेता कमलनाथ ने आज यहां राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात कर उनके नेता चयन के संबंध में औपचारिक जानकारी देकर नई सरकार बनाने का दावा पेश किया। श्री कमलनाथ सुबह 11 बजे राजभवन पहुंचे। उनके साथ कांग्रेस महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया, वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह, विवेक तन्खा, अजय सिंह, सुरेश पचौरी और अरूण यादव भी मौजूद रहे। श्री कमलनाथ ने राज्यपाल को विधायक दल की बैठक और नेता चयन के संबंध में विधिवत तरीके से अवगत कराया। संकेत हैं कि राज्यपाल श्री कमलनाथ को नई सरकार बनाने के लिए शीघ्र ही विधिवत आमंत्रित करेंगी। वहीं प्रशासनिक स्तर पर नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां शुरू हो गयी हैं। शपथ ग्रहण समारोह 17 दिसंबर को यहां ऐतिहासिक लाल परेड मैदान पर भव्य तरीके से आयोजित करने के संकेत हैं।
श्री कमलनाथ कुछ मंत्रियों के साथ राज्य के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण करेंगे। मंत्रिमंडल में बसपा, सपा और निर्दलीय विधायकों को भी शामिल किया जा सकता है। 230 सदस्यीय विधानसभा में निर्धारित मापदंड के अनुरूप मुख्यमंत्री समेत मंत्रियों की अधिकतम संख्या 35 हो सकती है। हालाकि रणनीतिक तौर पर कोई भी मुख्यमंत्री मंत्रिमंडल में मंत्रियों के कुछ स्थान रिक्त रखता है। पंद्रहवीं विधानसभा चुनाव के नतीजों के मुताबिक 230 सीटों में से कांग्रेस ने 114 सीटों पर और भाजपा ने 109 सीटों पर विजय हासिल की है। सबसे बड़े दल के रूप में उभरे कांग्रेस ने बसपा के दो, सपा के एक और चार निर्दलीय विधायकों को मिलाकर कुल 121 विधायकों के समर्थन का दावा किया है। राज्य में पंद्रह वर्षों बाद कांग्रेस की सरकार बन रही है।