कोलंबो। श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना ने शुक्रवार को कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर झड़पें दुर्भाग्यूपर्ण हैं। उन्होंने यह बात महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में श्रीलंका की संसद के विशेष सत्र को संबोधित करते समय कही। सिरीसेना ने संबोधन के लिए संसद का विशेष दौरा किया। महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए संसद का यह विशेष सत्र आयोजित किया गया। गांधी की जीवनी और पाकिस्तान की स्थापना पर इसमें दिए गए संदर्भों को याद करते हुए सिरीसेना ने कहा, ‘‘उन्होंने (गांधी) मोहम्मद अली जिन्ना से कहा कि कृपया पाकिस्तान बनाने के लिए अलग न हों।
उन्होंने उनसे (जिन्ना) भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के शेष महान नेताओं के साथ भारत का नेता बनने को कहा।’’ सिरीसेना ने कहा, ‘‘पाकिस्तान बनने पर वह (गांधी) रो पड़े।’’ उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर होने वाली झड़पें दुर्भाग्यपूर्ण हैं। राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘सीमा पर झड़पों से दोनों देशों को नुकसान हो रहा है और वे सीमाओं की रक्षा तथा राष्ट्रीय सुरक्षा पर अरबों खर्च कर रहे हैं।’’ विशेष चर्चा की शुरूआत करते हुए श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने कहा, ‘‘महात्मा गांधी हम सभी के हैं।
उन्होंने पड़ोस के श्रीलंका जैसे देशों में स्वतंत्रता आंदोलन को प्रेरित किया।’’ मुख्य विपक्षी और तमिल दल के नेता आर सम्पन्थन ने कहा कि श्रीलंका में तमिल अल्पसंख्यकों को अपनी राजनीतिक स्वतंत्रता के लिए अपने संघर्ष में गांधी का अनुसरण करना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘यदि हमने गांधी के बताए अनुसार सत्याग्रह, सविनय अवज्ञा और अहिंसा का सहारा लिया होता तो हम सशस्त्र संघर्ष को टाल सकते थे।’’