नयी दिल्ली। कांग्रेस ने गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के पिछले कई महीने से बीमार रहने का हवाला देते हुए शनिवार को कहा कि राज्य को ‘संवैधानिक संकट’ से बाहर निकालने के लिए राज्य को तत्काल पूर्णकालिक मुख्यमंत्री मिलना चाहिए। पार्टी ने यह आरोप भी लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह गोवा के मुख्यमंत्री पद से पर्रिकर को नहीं हटा रहे हैं क्योंकि उन्हें डर है कि कहीं पर्रिकर ‘राफेल घोटाले’ की ‘गोपनीय सूचनाओं’ का खुलासा न कर दें।
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने संवाददाताओं से कहा, ‘गोवा में संवैधानिक संकट बढ़ता जा रहा है। हमारी प्रार्थना है कि पर्रिकर शीघ्र स्वस्थ हों। लेकिन गोवा में हर हफ्ते कैबिनेट की बैठक होती थी, अब कैबिनेट की बैठक नहीं हो पा रही है। निर्णय नहीं हो पा रहे हैं। भ्रष्टाचार चरम पर है।’ उन्होंने कहा, ‘गोवा में कैसे सरकार बनी है, सबको पता है। आखिर क्या मजबूरी है कि नए मुख्यमंत्री के बारे में कोई फैसला नहीं हो रहा है?’
खेड़ा ने कहा, ‘हमें सत्ता की लालसा नहीं है। हम गोवा की जनता के साथ न्याय चाहते हैं।’ गोवा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गिरीश चोडानकर ने कहा, ‘हम गोवा की राज्यपाल से कम से कम पांच बार मिल चुके हैं। हमने मांग की है कि कुछ व्यवस्था की जाए ताकि सरकार चल सके। गोवा में समस्या बहुत बढ़ चुकी है। हमारी मांग है कि हमें पूर्णकालिक मुख्यमंत्री मिलना चाहिए।’
उन्होंने दावा किया, ‘सरकार चुराकर बनाई, लेकिन सरकार नहीं चला पा रहे हैं। शासन ठप्प हो चुका है।’ चोडानकर ने कहा, ‘राफेल सौदा जब चल रहा था तब पर्रिकर जी रक्षा मंत्री थे। राफेल सौदा अब बहुत बड़ा घोटाला बन चुका है। प्रधानमंत्री और अमित शाह को डर है कि अगर उन्होंने पर्रिकर को हटाया तो सार्वजनिक मंच पर बहुत कुछ खुलासा कर सकते हैं।’ खेड़ा ने कहा कि गोवा के लोगों को न्याय दिलाने के लिए जो भी संभव होगा, वो किया जाएगा।