नयी दिल्ली। केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने मंगलवार को यहां कहा कि ‘‘टॉयलेट एक प्रेम कथा’’ और ‘‘पैडमैन’’ जैसी फिल्में एक बदलते भारत के प्रतीक हैं जो स्वच्छता हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है। जावड़ेकर ने देश के विभिन्न भागों के स्कूलों को ‘‘स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार’’ प्रदान करने के बाद कहा कि बदलता भारत स्वच्छता प्राप्त करने के लिए दृढ़ संकल्प है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता अब एक आंदोलन बन गया है जिसमें स्कूलों और छात्रों की महत्वपूर्ण भूमिका है।
एचआरडी मंत्रालय द्वारा आंबेडकर अंतरराष्ट्रीय केन्द्र में आयोजित एक कार्यक्रम में 6.5 लाख में से चुने गये कुल 52 स्कूलों को ‘‘स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार’’ प्रदान किये गये। जावड़ेकर ने विभिन्न राज्यों के छात्रों और शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा,‘‘कोई भी कल्पना भी नहीं कर सकता था कि ‘टॉयलेट एक प्रेम कथा’ और ‘पैडमैन’ जैसी फिल्में बनेंगी और वे लोकप्रिय हो जायेगी। यह एक बदले भारत की बदलती तस्वीर है। यह हमारा बदला हुआ संकल्प है कि हम स्वच्छता हासिल करके रहेंगे।’’
उन्होंने कहा कि 2014 में देश में 4.5 लाख स्कूल बिना शौचालय के थे और एक साल के भीतर स्कूलों में शौचालय बनाये गये। उन्होंने कहा,‘‘यह एक रिकॉर्ड है।’’ उन्होंने देश में स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रशंसा की। जावडेकर ने कहा कि तथ्य यह है कि 4.5 लाख गांवों, 21 राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों और 400 से अधिक जिलों को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया गया है जिससे पता चलता है कि भारत बदल रहा है।