आवश्यकता से अधिक दृढ़ बॉस को दबंग और तानाशाह माना जा सकता है लेकिन जो बॉस हमेशा नरमी की प्रवृत्ति दिखाता है, उसे कमजोर समझा जाता है। अच्छे बॉस को इन दोनों के बीच संतुलन खोजना चाहिए। इसका अर्थ यह नहीं है कि आपको हर समय दृढ़ होने की कोशिश करनी चाहिए।
इसके बजाय अलग-अलग स्थितियों में दोनों नीतियों का इस्तेमाल करने के लिए तैयार रहना चाहिए। टीम के सदस्यों को यह जरूरत हो सकती है कि कोई खास मुश्किल लक्ष्य हासिल करने के लिए आप उन्हें चुनौती दें या आपको इस बारे में चुप रहने की जरूरत महसूस हो सकती है ताकि वे स्वयं आगे बढ़ जाएं, लचीले बनें। अपनी भावनात्मक बुद्धि का इस्तेमाल करके तय करें कि कब दृढ़ता दमघोंटू नहीं, बल्कि प्रेरक होगी और कब पर्दे के पीछे रहना हताश करने से ज्यादा उचित होगा।
समय बचाने का सीधा सा रास्ता है कि मल्टीटास्किंग बनें। अक्सर हमारी दिनचर्या के ऐसे बहुत से काम होते है जिनमें हम दो कामों को या इससे अधिक कामों को एक साथ कर सकते हैं …ऐसे कामों को चिन्हित करके हम अपने समय की बचत कर सकते हैं।
आप रात में अगले दिन के लिए कामो की सूची बना लीजिये। यानि एक लिस्ट उनकी जो काम आपको कल करने हैं… और फिर उस लिस्ट को अगले दिन अपने पास रखिये… इससे आपको हर पल अहसास होता रहेगा कि कितना काम आप ख़तम कर चुके और कितना अभी शेष बचा है।
हर दिन रात में खुद अपनी टारगेट लिस्ट का मूल्याङ्कन जरूर करें। जिससे आपको पता चले कि बीते कल की रात अपने खुद को कितना टारगेट दिया था और आप कितने टास्क ख़तम कर पाए इससे दूसरे दिन आप काम करने की स्पीड स्वतः बढ़ा देंगे।
माने या न माने पर आज के समय में सबसे ज्यादा टाइम लेता है सोशल मीडिया फेसबुक पर घंटो होम पेज स्क्रॉल करना। अगर कोई फोटो या स्टेटस डाला है तो बार बार जाकर लिखे और कमेंट का वेट करना। सही माने तो ऐसी हालत में अगर हम फेसबुक लॉगआउट भी कर देते हैं तो भी मष्तिष्क तुरंत वहां से नहीं हटा पाते। इससे हमारा बहुत सा समय नष्ट हो जाता है।
एक व्यवस्थित टाइम टेबल जरूर बनायें और सबसे जरुरी कि उसे फॉलो करें। अक्सर लोग बस टाइम टेबल बना लेते हैं और एक या दो दिन से ज्यादा फॉलो नहीं कर पाते।
मोबाइल पर घंटो चिपके रहने वालों से बचने का प्रयास कीजिय, खुद को यह समझने का प्रयास कीजिये की अभी यह सब आपके और आपके भविष्य के लिए सही नहीं है, और एक सिम पर्सनल भी रखिये। जिसके नंबर सिर्फ आपके खास लोगो के पास हों। ताकि पढाई के दौरान नार्मल नंबर स्विच ऑफ कर सको।
सुबह जल्दी उठने की आदत डालिये। इससे दिन भर आलास नहीं रहेगा।हम लोग व्हाट्सप्प, फेसबुक, मोबाइल के चक्कर में अक्सर देर रात सोते हैं..तो दूसरे दिन देर से उठते भी हैं….इससे सारा टाइम मैनेजमेंट बिगड़ जाता है।
हमेशा घडी को 5 या 10 मिनट आगे रखिये। इससे आप कामों को तय सीमा के भीतर ख़तम कर सकेंगे, और ऐसा करने से एक फायदा और होगा कि आप कभी भी लेट नहीं होंगे।
समय व्यर्थ बिलकुल भी न गंवाएं। किसी भी काम को करने से पहले एक बार जरूर सोचें कि क्या वह आपके लिए किसी भी तरह से फायदेमंद है? आपको खुद तय करना होगा कि इस समय आपके लिए क्या महत्वपूर्ण है…और आपको किसे टाइम देना चाहिए।
एक बात सबसे महत्वपूर्ण अगर आप कर सकें तो रोज किये जाने वाले कामों को स्टॉप वाच लगाकर करना स्टार्ट कर दीजिये। इससे आप डेली कुछ न कुछ स्पीड बढ़ा पाएंगे।