आधुनिक जीवनशैली ने मानव शरीर और मस्तिष्क पर अकल्पनीय तनाव पैदा किया है। बढ़ती सुविधाओं के साथ शारीरिक कसरत कम होने लगी है जिससे समाज का बड़ा हिस्सा विशेष रूप से शहरी इलाका कई बीमारियों से घिर गया है। मधुमेह, हदृय रोग, मोटापा, हाइपरटेंशन जैसी कई बीमारियां कम उम्र में ही होने लगी है। इस जीवनशैली के कारण फिटनेस के क्षेत्र में व्यवसाय का अच्छा अवसर देखने को मिल रहा है। आधुनिक जिम, हेल्थी क्लब्स और फिटनेस सेंटर तेजी से खुल रहे हैं। ऐसे में फिटनेस इंस्ट्रक्टर का रोल बहुत महत्वपूर्ण है। उनकी जिम्मेदारी प्रशिक्षु को फिट और शेप में बनाए रखने की होती है। जिम रूटीन के अलावा, फिटनेस ट्रेनर्स को उन्हेंम पोश्चर्स, डाइट इनटेक, फूड सप्लीमेंट्स के बारे में भी मार्गदर्शन करना होता है। यानी फिटनेस ट्रेनर का कॅरियर एक अच्छाी विकल्पर है।
स्टेप बाय स्टेप:- यह जरूरी नहीं है कि फिटनेस ट्रेनर के जॉब के लिए किसी प्रतिष्ठित संस्थान से सर्टिफिकेशन चाहिए। हालांकि अपने प्रतियोगियों से टक्कर लेने के लिए क्वॉलिटी ट्रेनिंग जरूरी है। आप संस्थान जैसे इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिकल एजुकेशन एंड स्पोर्टस् साइंसेस, नई दिल्ली, लक्ष्मीबाई नेशनल कॉलेज ऑफ फिजिकल एजुकेशन, तिरूवनंतपुरम व ग्वालियर और देशभर में संचालित स्पोर्टस् अथॉरिटी ऑफ (साई) की संस्थाओं में प्रवेश ले सकते हैं। यही नहीं अगर आपके पास फिजिकल एजुकेशन और इससे जुड़े विषयों का अच्छा ज्ञान है तो आप इस क्षेत्र में डॉक्टेरेट डिग्री भी कर सकते हैं।
करें जॉब मार्केट में मूव:- इन दिनों इस फील्ड में जॉब ओपनिंग अच्छी है लेकिन केवल एक अच्छी क्वॉलिफिकेशन ही काफी नहीं है। आपको फिटनेस इंडस्ट्री में होने वाले डेवलपमेंट्स के लिए खुद को अपडेट और अपग्रेड रखना होगा। आप जूनियर इंस्ट्र्कटर की तरह भी एक फिटनेस क्लब में शुरुआत कर सकते हैं। धीरे-धीरे आप संपर्क बनाते जाए और अच्छे जॉब मार्केट में मूव करें। एक अच्छा विकल्प खुद का व्यवसाय शुरू करना है। इसके लिए सही प्लानिंग, फाइनेंशियल सपोर्ट और जबर्दस्त मैनेजमेंट स्किल्स चाहिए।
जल्द हो शुरुआत:- अगर आप स्कूल के दिनों से ही आपको भी खुद को एक वेल डिफाइन्डह एक्सरसाईज प्रोग्राम अपनाने की जरूरत है। टीनएज सही समय है जब आप जिम में अपनी बॉडी को परफेक्ट शेप दे सकते हैं।
फंडिंग/स्कॉलरशिप:- लक्ष्मीबाई नेशनल कॉलेज ऑफ फिजिकल एजुकेशन, तिरूवनंतपुरम योग्य छात्रों को बैचलर्स और मास्टर्स लेवल पर स्कॉलरशिप प्रदान करता है।
जॉब प्रोस्पेक्ट्स:- आम आदमी भी अब फिजिकल फिटनेस और वेलनेस को लेकर जागरूक हो रहा है। इसके साथ ही फिटनेस ट्रेनर्स के लिए कई सारे सुनहर अवसर है। अगर आप सरकारी नौकरी के इच्छुक हैं तो सरकार संचालित संस्थाओं और खेल विभागों में नौकरी पा सकते हैं। स्कूलों, कॉलेजों और यूनिवर्सिटीज में ट्रेनर्स के पद भी होते हैं। पोस्टग्रेजुएशन डिग्री लेने वाले फिटनेस इंस्ट्रक्टरर्स विभिन्न कॉलेजों में टीचिंग जॉब भी कर सकते हैं। प्राइवेट सेक्टर में रोजगार के अवसर फाइव स्टावर होटल से लेकर हेल्थू रिर्सोट, स्पा, स्पोर्टस और फिटनेस क्लब्स तक है। आप खुद का जिम्नेजियम या हेल्थ क्लब संचालित कर सकते हैं या फिर सेलेब्रिटीज के पर्सनल फिटनेस ट्रेनर के रूप में काम कर सकते हैं।
पैकेज:- फिटनेस ट्रेनर का वेतन कुछ पहलुओं पर निर्भर करता है। शुरुआती स्तर पर किसी प्रोफेशनल को ज्यादा वेतन भले न मिले लेकिन समय व अनुभव के साथ उनकी मासिक आय 15 हजार से 25 हजार तक हो सकती है। मल्टीनेशनल फिटनेस चैन में ट्रेनर्स की मासिक आय लाखों में होती है।
कई भूमिकाएं, कई नाम….
फिटनेस इंस्ट्रेक्टकर की भूमिकाएं इस तरह हो सकती है –
एरोबिक्स इंस्ट्रकटर:- एरोबिक्स एक्सरसाइजेस और रूटीन्स में दक्ष फिटनेस ट्रेनर।
क्लीनिकल एक्सरसाइज स्पेशलिस्ट :- मरीजों के साथ काम करने वाले ट्रेनर जो कि उन्हें शारीरिक बीमारियों से बाहर निकालने में मदद करें।
ग्रुप फिटनेस या जिम इंस्ट्रक्टर:- किन्हीं लोगों के समूह के लिए फिटनेस रूटीन तैयार करने में महारत।
पर्सनल ट्रेनर:- किसी एक क्लाइंट से जुड़ा फिटनेस ट्रेनर जो उनके फिटनेस शेड्यूल, डाइट और ट्रेनिंग पर ध्यान देता है।